नई दिल्ली : गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों को वेतन नहीं मिलने से शनिवार सुबह ही हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया। रेजिडेंट डॉक्टरों ने सुबह 9 से 10 बजे तक ओपीडी को बंद रखी। प्रमुख समय पर ओपीडी बंद होने की वजह से अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बता दें कि शनिवार सुबह जैसे ही अस्पताल की रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने हड़ताल की घोषणा की तो अस्पताल प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया। अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में रेजिडेंट डॉक्टरों की बैठक बुलाई और उन्हें सोमवार को वेतन देने के लिए लिखित में आश्वासन दिया। लिखित में आश्वासन मिलने के बाद ही डॉक्टरों ने करीब 10 बजे हड़ताल समाप्त कर काम पर लौटने का फैसला लिया।
वैशाली से आए सुहैल ने कहा कि वे सुबह साढ़े छह बजे ही जीटीबी अस्पताल आकर लाइन में लग गए थे। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे वह डॉक्टर से परामर्श लेने के लिए पर्ची बनवा सके। आरोप है कि डॉक्टरों की हड़ताल होने की वजह से वह शनिवार को इलाज नहीं करा पाए। डॉक्टरों ने ओपीडी का समय समाप्त होने के बाद नहीं देखा।
एक बार भी नहीं मिलता समय से वेतन… रेजिडेंट डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि जीटीबी अस्पताल प्रशासन की ओर से एक बार भी समय से वेतन नहीं जारी किया जाता। प्रत्येक माह देरी से वेतन आता है। रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. संदीप ने बताया कि अब अस्पताल प्रशासन ने हर महीने का वेतन अगने महीने के पहले सप्ताह में ही देने का वादा किया है तो हमने हड़ताल वापस ले ली।
हिन्दू रावः न मिला वेतन तो सोमवार से हड़ताल पर…
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के हिंदू राव अस्पताल में काम करने वाले रेजिडेंट डॉक्टरों को पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिला है। ऐसे में उन्होंने निगम को चेतावनी दी है कि अगर सोमवार तक उनके खाते में वेतन नहीं आ गया तो वह मंगलवार से हड़ताल पर चले जाएंगे। रेजिडेंट डॉक्टरों का आरोप है कि हर बार तीन महीने तक वेतन न मिलने पर उन्हें मजबूरी में हड़ताल का सहारा लेना पड़ता है।
पहले भी अस्पताल में इस साल दो बार वेतन न मिलने की वजह से हड़ताल करनी पड़ी थी। डॉक्टरों का कहना है कि तीन महीने से वेतन न मिलने पर उन्हें उधार लेकर खर्च चलाना पड़ता है। एक डॉक्टर ने बताया कि हर बार देरी से वेतन मिलता है, इस बार डॉक्टर लंबे समय के लिए इमरजेंसी सेवाएं बंद करने की योजना बना रहे हैं।