हरिद्वार : इस बार हरकी पैड़ी क्षेत्र के गंगाघाट और प्लेटफार्म का विस्तार कुंभ मेला 2021 की योजना में होने की उम्मीद है। विस्तार की योजना कुंभ मेला 2010 से अटकी हुई है। इस बार विस्तारीकरण की योजना में हरकी पैड़ी स्थित नगर निगम के जहान्वी बाजार को भी लिए जाने की अधिकारियों के स्तर पर अटकलें लगाई जाने लगी हैं। जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट और एनजीटी गंगा घाटों पर गंदगी व गंगा को प्रदूषित किए जाने को लेकर प्रशासन की घेराबंदी कर रहा है।
उसका समाधान विस्तारीकरण की योजना में छिपा हुआ है। गऊघाट से हरकी पैड़ी तक म्युनिस्पिल बायलॉज के विपरीत गंगाघाट की तरफ दुकानों, घरों, होटलों के दरवाजे खोलने की छूट दिए जाने के कारण ही क्षेत्र की दुर्दशा हुई है। देखते-देखते कांगड़ा घाट से भीमगोडा तक होटल, धर्मशाला वालों ने भी गंगाघाट की तरफ दरवाजे निकालकर जमीन भी कब्जा ली और गंगा को भी प्रदूषित किया जाने लगा है। इसकी रोकथाम में नगर निगम का जहान्वी बाजार सबसे बड़ी बाधा है।
हरकी पैड़ी पर खेली दूध की होली
उसको हटाना जिलाधिकारी जो मेलाधिकारी के साथ-साथ एचआरडीए के वीसी भी हैं आसान हो सकता है। अर्द्धकुंभ मेला 2016 में विस्तारीकरण के लिए कुछ भवनों का अधिग्रहण भी कर लिया गया है और मुआवजा देने के लिए चार करोड़ रुपये की प्रथम किश्त सिंचाई विभाग को अवमुक्त कर दी गई थी।
– संजय चौहान