स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने मच्छरों से मनुष्यों में फैलने वाले रोग लिम्फैटिक फाइलेरियासिस (फाइलेरिया) का देश से 2021 तक उन्मूलन का लक्ष्य हासिल करने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुये कहा है कि इसके लिये मंत्रालय ने आक्रामक रणनीति तैयार की है।
डा. हर्षवर्धन ने विभिन्न जीवों से मनुष्यों में फैलने वाले रोगों के नियंत्रण और फाइलेरिया उन्मूलन पर आयोजित संगोष्ठी में कहा कि मंत्रालय द्वारा तैयार रणनीति के तहत देश के उन 160 जिलों को चिन्हित किया गया है जो इस प्रकार के संक्रामक रोगों से सर्वाधिक प्रभावित हैं। इन जिलों में जागरुकता अभियान के माध्यम से फाइलेरिया सहित अन्य रोगों से बचाव के प्रति लोगों को जागरुक किया जायेगा।
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उन्होंने कहा, ‘‘सरकारी और गैरसरकारी स्तर पर स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञों सहित सभी पक्षकारों के बीच आपसी समन्वय के माध्यम से 2021 तक फाइलेरिया के उन्मूलन के लक्ष्य को हासिल किया जायेगा।’’ उन्होंने कहा कि जागरुकता के साथ फाइलेरिया के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली पद्धति ‘ट्रिपल ड्रग थेरैपी’ का विस्तार किया जायेगा।
संगोष्ठी में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखण्ड के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव और बिहार सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लेते हुये इन राज्यों में फाइलेरिया उन्मूलन के लिये किये जा रहे उपायों की जानकारी दी। डा. हर्षवर्धन ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 160 जिलों में चलाये जाने वाले अभियान में समन्वय के लिये नीति आयोग, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और आयुष मंत्रालय को भी शामिल किया जायेगा।