दिल्ली नोएडा और गाजियाबाद में दिवाली के बाद से ही प्रदूषण से स्थिति भयावह होती जा रही है। राजधानी दिल्ली में स्कूल बंद करने के साथ हेल्थ इमरजेंसी लागू कर दी गई है तो वहीं उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर आपात बैठक बुलाई।
एक तरह से दिल्ली-एनसीआर ‘गैस चैम्बर’ में तब्दील हो चुकी है। लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है और आंखों में जलन महसूस कर रहे हैं। शनिवार सुबह भी प्रदूषण का स्तर काफी खतरनाक बना हुआ है। एयर क्वालिटी इंडेक्स डाटा के अनुसार, लोधी रोड इलाके में पीएम 2.5 और पीएम 10 दोनों ही 500 पहुंच गया जोकि ‘गंभीर श्रेणी’ में आता है।]
बता दें कि प्रदूषण के खतरनाक स्तर के चलते बड़ी संख्या में लोगों ने सुबह की सैर और अन्य गतिविधियां छोड़ दी हैं।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के एक अधिकारी ने बताया कि इस साल जनवरी के बाद पहली बार एक्यूआई ‘बेहद गंभीर’ या ‘आपात’ श्रेणी में पहुंच गया है.प्रदूषण की विकराल स्थिति में स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लोगों को कम से कम बाहर जाने की सलाह दी गई है। इप्का ने प्रदूषण की स्थिति नियंत्रण में आने तक बुजूर्गों, बच्चों को खुले में व्यायाम ना करने को भी कहा है।