पटना : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी मे बिहार के कैमूर जिले के दो दलित मजदूर दिनेश पासवान व विकास पासवान की मौत सीवरेज में जहरीली गैस से हो गई। दोनो ही मजदूर अकुशल थे जिन्हे बिना किसी प्रकाश व सुरक्षा उपकरण के सफाई के लिए पम्पिंग स्टेशन के 30फीट गहरे चैम्बर में उतारा गया।इन मौतों पर सरकार की चुप्पी संवेदनहीनता व गैरजिम्मेदाराना रवैया को दिखलाता है।
जबकि इन मौतों के लिए सरकार ही जिम्मेवार है।राज्य से रोजगार के लिए अन्य प्रदेशो में गए मजदूरों के साथ घटनेवाली ऐसी घटनाओं के लिए बिहार सरकार को शर्मसार होना चाहिए। पूर्व मे भी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (से.) सिवरेज व गटर की सफाई कार्य कुशल मजदूरों के द्वारा हो इसकी मांग करती रही है।
मजदूर प्रकाश व सुरक्षा उपकरणों के साथ गटर मे उतरे इसकी व्यवस्था सुनिश्चित कि जाए ।हम से. मांग करती है कि केन्द्र व राज्य स्तर पर सफाई कर्मचारी आयोग का गठन जल्द से जल्द किया जाए जिससे सफाई कर्मचारियों काजीवनहित व भविष्य को सुरक्षित किया जा सके। हम से. बिहार सरकार से मांग करती है कि उत्तर प्रदेश सरकार से घटना कि पूर्ण जानकारी लेकर जिम्मेवार व्यक्ति व संस्था पर कठोर करवाई के लिए वाघ्य करें एवं उचित मुआवजा दिलाने का काम करें।