नई दिल्ली : दिल्ली में खतरनाक हुए प्रदूषण को देखते हुए सोमवार को दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव ने आपात बैठक कर हर घंटे प्रदूषण की निगरानी करने का आदेश दिया। बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि दिल्ली में 13 चयनित हॉटस्पॉट को संबंधित जोन के उपायुक्त से जोड़ा जाए। इनकी निगरानी एमसीडी के उपायुक्त घंटे के आधार पर करें।
इसके अलावा केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समीर एप पर आने वाली सभी शिकायतों को तत्काल दूर किया जाए। उन्होंने शिकायतों की पेंडेंसी खत्म करने का आदेश दिया है। इसके अलावा मीडिया द्वारा बताए गए समस्या को पहले से ही तैनात 300 टीमों द्वारा निपटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि डीपीसीसी प्रति घंटा के आधार पर समान रूप से निगरानी करें।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि शिकायतों पर दंडात्मक उपाय किए जाएंगे। इनमें जल प्रदूषण आदि के कारण जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करना, प्राथमिकी दर्ज करना और उन पर मुकदमा चलाना और दंड (पर्यावरण क्षतिपूर्ति) लगाना शामिल है। उल्लंघनकर्ताओं से दंड की वसूली पर विशेष जोर दिया जाएगा।
जाम की समस्या हो दूर…
मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए 28 कॉरिडोर, इंटर-सेक्शन जहां ट्रैफिक अधिक जाम हो रहा है तेजी से समाधान हो। ट्रैफिक हॉटस्पॉट के कारण वायु प्रदूषण को दूर किया जाए। पीडब्ल्यूडी ट्रैफिक पुलिस के साथ समन्वय करेगा और शहरी विकास व पीडब्ल्यूडी इन 28 कॉरिडोर, इंटर-सेक्शनों पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट देगा।
प्रदूषण पर कसें नकेल…
मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि औद्योगिक क्षेत्रों के अंदर और बाहर होने वाले प्रदूषण गतिविधियों को रोकने के लिए एमसीडी और डीएसआईआईडीसी कार्रवाई करें। इसके अलावा प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर नकेल कसने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जाएगा। मार्शल को यातायात अंतर-खंडों पर तैनात किया जाएगा।