मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मानवाधिकार हनन की घटनाओं पर संज्ञान लेते हुए विभिन्न मामले पर जवाब तलब किया है।आयोग ने आज यहां जारी विज्ञप्ति में बताया कि नीमच जिले के मनासा में विभागीय संवेदनहीनता से एक दिव्यांग महिला शिक्षिका स्नेहलता सोनी को 13 माह से वेतन न मिलने एवं मानसिक प्रताड़ना के कारण दिव्यांग शिक्षिका की मृत्यु हो जाने के मामले में संज्ञान लेकर सीईओ जिला पंचायत से तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।
वहीं ग्वालियर जिले के मुरार प्रसूति गृह में 10 दिन पहले डिलेवरी के दौरान एक बच्चे की मौत हो जाने के मामले में भी संज्ञान लिया गया है। इसके अलावा मुरैना जेल में बंद विचाराधीन कैदी नीतेश जाटव द्वारा पेशी पर ले जाते समय खुद को पेट में ब्लेड मार लेने की घटना पर संज्ञान लिया गया है। वहीं जिला अस्पताल राजगढ़ में एक सोनोग्राफी एवं एक्स-रे डिजिटल मशीन चालू हालत में होने के बावजूद भी पुरूष मरीजों की सोनोग्राफी न होने के मामले में संज्ञान लिया है।