पटना : जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने गुजरात में बिहार के लोगों पर हो रहे हमले को लेकर यहां मंगलवार को कहा कि वह खुद गुजरात जाएंगे और बिहार के लोगों की रक्षा करेंगे। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि देखते हैं कि कौन भगाता और पीटता है। बिहार के मधेपुरा से सांसद पप्पू ने कहा कि अगर 24 घंटे के अंदर हमला करनेवालों के नेतृत्वकर्ता को गिरफ्तार नहीं किया जाता है और वहां रह रहे बिहार के लोगों को सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाती है, तो वह गुजरात रवाना होंगे।
देखता हूं वहां से कौन भगाता है। सांसद ने कहा कि हमला रोकने के बजाय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस के ऊपर आरोप लगा रही है। अगर कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकुर इस हमले के लिए जिम्मेवार हैं, तो सरकार उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है। बिहार के लोगों को दुनिया भर का बोझ अपने कंधे पर उठाने वाला बताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को ही जलील किया जा रहा है।
पप्पू ने कहा कि बिहार के लोगों पर अब हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैं अब बिहार की लड़ाई उसी धरती पर जाकर लड़ूंगा, जहां बिहारियों पर हमले हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी उन्होंने खुली चुनौती दी और कहा कि प्रधानमंत्री का उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी अब विरोध होगा।
गुजरात सरकार नागरिकों को सुरक्षा देने में विफल ः पूर्व सांसद शरद यादव ने कहा कि गुजरात सरकार इस देश के नागरिकों को विशेष रूप से हिंदी भाषी राज्यों के नागरिकों को अपने राज्य में सुरक्षा देने में विफल रही है अत: इस सरकार को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के श्रमिक वहां से पलायन करने पर विवश हैं। वो भी ऐसे श्रमिक जो बीते कई वर्षों से गुजरात राज्य के लोगों को अपनी सेवाएं देते आ रहे थे।
हैरानी की बात यह है कि केंद्र तथा राज्य दोनों ही जगह बीजेपी की सरकारें हैं फिर भी वह अन्य राज्यों के श्रमिकों को सुरक्षा देने में असमर्थ है। गुजरात राज्य में सत्तारूढ़ दल का यह इतिहास रहा है कि वह दलितों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की रक्षा करने में सक्षम नहीं रही है। श्री यादव ने बताया कि राज्य के प्रवासी श्रमिकों के वर्तमान पलायन से पता चलता है कि बीजेपी सरकार गरीब तथा समाज के वंचित तबके के लोगों के लिए नहीं है।
मैं कहना चाहता हॅू कि यह और कुछ नहीं बल्कि देश के भीतर आपसी सौहार्द को बिगाडऩे तथा समाज को विभाजित करने का प्रयास है जो कि लोकतंत्र के लिए बहुत ही खतरनाक है। मैं सभी प्रवासी श्रमिकों से अपील करता हूं कि वह शांति और सद्भाव बनाए रखें साथ ही आश्वस्त करना चाहता हॅू कि आपको हमारा पूर्ण समर्थन तथा सहयोग मिलेगा। मैंने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में समाज के इस वर्ग के हक की लडाई लड़ी है और चाहे जो भी हो इसे जारी रखूंगा।