दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को दिल्ली के पुरानी सीमापुरी में एक बैग के अंदर से 3 किलो इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बरामद किया। बता दें कि 1 महीने के अंदर दिल्ली-एनसीआर में आईईडी रिकवरी की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 14 फरवरी को पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर में फूल मंडी के गेट नंबर एक पर आईईडी मिला था। सीमापुरी में समय रहते यह विस्फोटक मिलने से एक बड़ा आतंकी हमला टल गया क्योंकि आईईडी में लगभग 2.2 किलोग्राम आरडीएक्स था और इसे लगभग 800 ग्राम वजन के बैग में पैक किया गया था। गाजीपुर की ही तरह, इसमें भी एक एबीसीडी स्विच और एक प्रोग्राम करने योग्य टाइमर था।
फ्लैट किराए पर देने से पहले नहीं हुआ पुलिस वेरिफिकेशन
बाद में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के विस्फोटक दस्ते ने एक नियंत्रित विस्फोट में बम को नष्ट कर दिया। वहीं, जिस घर में यह आईईडी बरामद हुआ उसके मालिक और एक प्रॉपर्टी डीलर से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक संदिग्धों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर दिल्ली के उत्तर-पूर्वी हिस्से में एक मकान किराए पर लिया था। और संपत्ति के मालिक ने संदिग्धों को अपनी जगह किराए पर देने से पहले पुलिस सत्यापन भी नहीं किया था।
पुलिस के पहुंचने से पहले फरार हुए संदिग्ध
अपार्टमेंट का मालिक कासिम नाम का एक ठेकेदार है। उसने शकील नाम के एक प्रॉपर्टी डीलर के माध्यम से फ्लैट की दूसरी मंजिल पर अपार्टमेंट किराए पर लिया था। इस फ्लैट को एक व्यक्ति ने किराए पर लिया था, लेकिन 10 दिन पहले तीन और आदमी वहां आ गए थे। पुलिस के फ्लैट पर पहुंचने से पहले ही वह सभी संदिग्ध वहां से भाग गए थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कई दर्जन संदिग्ध फोन कॉल्स को इंटरसेप्ट किया था, जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे थे।
गाजीपुर और सीमापुर केस के आपस में जुड़ रहे तार
स्पेशल सेल ने संदिग्धों की पहचान की है और उनकी तस्वीरें भी हासिल की हैं। ये लोग कहां के हैं, इसका अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस को संदेह है कि वे स्लीपर सेल का हिस्सा हो सकते हैं या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकते हैं। पिछले महीने गणतंत्र दिवस से पहले गाजीपुर फूल बाजार से बरामद विस्फोटक के समान होने के कारण पुलिस का मानना है कि ये दोनों मामले एक ही व्यक्ति से जुड़े हो सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश तक हो सकता है कनेक्शन?
यह मामला 29 जनवरी को हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में कार पार्किंग में हुए भीषण बम विस्फोट से संबंधित होने का भी संदेह है। फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी की टीम ने गाजीपुर मामले में मिले कार बम गणित से आईईडी बरामद किया था। सीमापुरी में गुरुवार को मिले आईईडी को इसी सिलसिले में जोड़ा जा सकता है।