हरिद्वार अभद्र भाषा मामले में गिरफ्तार यति नरसिंहानंद ने दिल्ली में आयोजित महापंचायत में भाषण दिया जिसमें उन्होंने अपना अस्तित्व बचाने के लिए हिंदुओं को हथियार उठाने के लिए कहा। रविवार देर रात दिल्ली पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि भड़काऊ भाषणों को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है। मुखर्जी नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है, “यति नरसिंहानंद सरस्वती… और सुरेश चौहान सहित कुछ वक्ताओं ने दो समुदायों के बीच दुश्मनी, नफरत या दुर्भावना को बढ़ावा देने वाले शब्द कहे।”
हिन्दुओं को अस्तित्व बचाने के लिए उठाने होंगे हथियार
इस कार्यक्रम का आयोजन सेव इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक और पिछले साल जंतर मंतर पर आयोजित एक कार्यक्रम के आयोजकों में से एक प्रीत सिंह ने किया था। जहां मुस्लिम विरोधी नारे लगाए गए थे, सिंह को दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया था और फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं। उनके ट्विटर अकाउंट के मुताबिक, रविवार की महापंचायत कार्यक्रम की योजना इस साल 2 जनवरी से ही तय की गई थी।
पुजारी नरसिंहानंद पर दर्ज है विवादित भाषण का मामला
गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी नरसिंहानंद भी पिछले दिसंबर में हरिद्वार में आयोजित तीन दिवसीय ‘धर्म संसद’ में दिए गए भाषण के सिलसिले में जमानत पर बाहर हैं। उनकी जमानत की शर्त में कहा गया था कि वह “समुदायों के बीच अंतर पैदा करने के उद्देश्य से” किसी भी कार्यक्रम या सभा का हिस्सा नहीं होंगे।
कोई मुस्लिम बना PM तो क्या होगा हिन्दुओं का हाल?
दिल्ली के बुराड़ी मैदान में बोलते हुए रविवार को एक ‘हिंदू महापंचायत’ में भाग लेने के लिए लगभग 500 लोग एकत्र हुए थे, नरसिंहानंद ने कहा कि अगर एक मुसलमान को प्रधान मंत्री बनाया जाता है, तो आप में से 50% (हिंदू) अगले 20 वर्षों में अपना धर्म बदल देंगे।” नरसिंहानंद ने यह भी कहा कि अगर भारत को मुस्लिम पीएम मिलता है तो “40% हिंदुओं को मार दिया जाएगा”। उन्होंने कहा “यह हिंदुओं का भविष्य है। यदि आप इसे बदलना चाहते हैं, तो मर्द बनो। एक आदमी होना क्या है? कोई है जो सशस्त्र है।”
बिना अनुमति के आयोजित की गयी महापंचायत
वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि महापंचायत के आयोजकों को कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं थी, बैठक से पहले किसी को भी रोका या हिरासत में नहीं लिया गया था। पुलिस ने कहा कि “हम सभी फुटेज को स्कैन कर रहे हैं, घटना के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा कुछ वीडियो भी रिकॉर्ड किए गए हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कानूनी राय लेने के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही महापंचायत में नरसिंहानंद ने भीड़ से यह भी कहा कि हिंदुओं को और बच्चे पैदा करने होंगे, और उन्हें लड़ना सिखाना होगा।
महापंचायत में ‘द कश्मीर फाइल्स’ का भी हुआ जिक्र
उन्होंने कहा “यदि आप चाहते हैं कि हिंदू और मुसलमान न लड़ें, तो द कश्मीर फाइल्स देखें। जैसे कश्मीर के लोगों को अपनी जमीन, अपनी बेटियों और अपनी संपत्ति को पीछे छोड़ना पड़ा, वैसे ही आपको भागकर हिंद महासागर में डूबना होगा। यह आपके पास एकमात्र विकल्प है।” सुरेश चव्हाणके जो इस कार्यक्रम में मौजूद थे, ने कहा कि वह सभी के समान अधिकारों के लिए नहीं थे। उन्होंने कहा “मैं शिवाजी को अपना पूर्वज मानता हूं और आप औरंगजेब को अपना मानते हैं … मैं रामचंद्र का उपासक हूं, आप बाबर के पुत्र हैं। मुझे काशी में शिव मंदिर चाहिए, आप ज्ञानवापी मस्जिद के लिए लड़ाई लड़ें… क्या समानता हो सकती है?”
जंतर मंतर मामले की एक और आरोपी भी रही महापंचायत में मौजूद
बता दें कि पिछले साल जंतर मंतर मामले की एक अन्य आरोपी पिंकी चौधरी भी मंच पर मौजूद थी। हालांकि, उन्होंने बात नहीं की। 30 सितंबर, 2021 को उनका जमानत आदेश, उन्हें “उस अपराध के समान अपराध करने से रोकता है, जिसके लिए वह आरोपी है या जिस कमीशन पर वह संदेह करता है।” कार्यक्रम को कवर करने गए कुछ पत्रकारों ने आरोप लगाया कि दर्शकों के सदस्यों ने उन्हें पीटा। पत्रकारों की शिकायतों के आधार पर दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जिनमें से एक में छेड़छाड़, चोट पहुंचाने और स्नैचिंग के प्रयास के आरोप हैं।