कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में भारत ने बीते दिन बड़ा कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। भारत में कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा 100 करोड़ के पार हो गया। 100 करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा छूकर भारत ऐसा कारनामा करने वाला दुनिया का दूसरा देश बन गया है। जिस पर केंद्र सरकार इसे बड़ी उपलब्धि बताकर जश्न मना रही है। वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जश्न मनाए जाने पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार वाहवाही लूटने के लालच में न पड़ी होती तो छह महीना पहले ये सफलता मिल जाती।
100 करोड़ वैक्सीन लगने पर फ़ख़्र करते हुए हमें यह भी याद रखना चाहिए कि अगर केंद्र सरकार समय रहते वैक्सीन के इंतज़ाम में लग गई होती और विदेशों में वैक्सीन भेजकर वाहवाही लूटने के लालच में न पड़ी होती तो हमारी मेडिकल टीमें छह महीने पहले ही 100 करोड़ का लक्ष्य हासिल कर चुकी होतीं.
— Manish Sisodia (@msisodia) October 22, 2021
मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि 100 करोड़ वैक्सीन लगने पर जश्न मनाते हुए हमें यह भी याद रखना चाहिए कि अगर केंद्र सरकार समय रहते वैक्सीन के इंतजाम में लग गई होती और विदेशों में वैक्सीन भेजकर वाहवाही लूटने के लालच में न पड़ी होती तो हमारी मेडिकल टीमें छह महीने पहले ही 100 करोड़ का लक्ष्य हासिल कर चुकी होतीं।
सीएम केजरीवाल ने दी बधाई
हालांकि, इससे पहले गुरुवार को टीकाकरण का आंकड़ा 100 करोड़ के पार पहुंचने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी देशवासियों, डॉक्टरों, नर्सों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को बधाई देते हुए इसकी तारीफ की थी। सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि 100 करोड़ टीके लगने पर सभी देशवासियों को बधाई। जिन डॉक्टरों, नर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स की वजह से यह संभव हुआ, उन्हें सलाम। हम सभी देशवासियों ने मिलकर इस बीमारी का सामना किया। हम सब मिलकर इसे हमेशा के लिए हराएंगे।
वैक्सीन पर सवाल उठाने वालों को जवाब
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस तरह के सवाल थे कि भारत के लोगों को वैक्सीन मिलेगी भी या नहीं? क्या भारत इतने लोगों को टीका लगा पाएगा, जिससे महामारी को फैलने से रोक सके। भांति-भांति के सवाल थे, लेकिन आज ये सौ करोड़ वैक्सीन डोज हर सवाल का जवाब दे रहे हैं। भारत ने अपने नागरिकों को सौ करोड़ वैक्सीन डोज मुफ्त लगाई है।
वैक्सीन हेजिटेंसी हमारे लिए चुनौती नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश के लिए यह भी कहा जा रहा था कि यहां ज्यादातर लोग टीका लगवाने के लिए आएंगे ही नहीं। दुनिया के कई देशों में वैक्सीन हेजिटेंसी एक चुनौती है, लेकिन भारत के लोगों ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज लेकर यह सवाल उठाने वालों को निरुत्तर कर दिया है। किसी अभियान में जब सबका प्रयास जुड़ जाता है तो परिणाम अद्भुत ही होते हैं।