उत्तरी दिल्ली के नामी स्कूल की छात्राओं और शिक्षिकाओं की तस्वीरों से छेड़छाड़ कर सोशल मीडिया पर डालने के आरोप में पुलिस ने आईआईटी खड़गपुर के छात्र को गिरफ्तार किया है। आरोपी छात्र की पहचान बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले महावीर के रूप में हुई है।
पुलिस के मुताबिक, महावीर ने उत्तरी दिल्ली के एक नामी स्कूल की 50 से अधिक छात्राओं और शिक्षिकाओं को परेशान किया है। उन्होंने बताया कि महावीर फर्जी कॉलर आईडी का इस्तेमाल करता था और पीड़िताओं से ‘विर्जुअल नंबर’ से व्हाट्सऐप पर संपर्क करता था। अपनी पहचान छुपाने के लिए वह आवाज़ बदलने वाली ऐप का भी इस्तेमाल करता था।
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पुलिस ने बताया कि वह पीड़िताओं के नाम से इंस्टाग्राम पर फर्जी प्रोफाइल बनाता था और उनपर छात्राओं की छेड़छाड़ की गई तस्वीरों को अपलोड करता था। ‘साइबर स्टॉकिंग’ (इंटरनेट पर पीछा करने) को लेकर बुधवार को स्कूल प्रशासन से शिकायत मिलने के बाद मामला सामने आया। शिकायत के मुताबिक, आरोपी ने सोशल मीडिया पर नाबालिग लड़कियों का पीछा किया और उन्हें वाट्सएप पर मैसेज भेजे।
उसने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय नंबरों से शिक्षिकाओं को फोन किया और उन्हें परेशान किया। शिकायत में कहा गया है कि आईआईटी का छात्र उन व्हाट्सऐप ग्रुप में शामिल हो गया जो ऑनलाइन कक्षाओं के लिए बनाए गए हैं। उसमें कहा गया है कि कई छात्राओं की तस्वीरों से छेड़छाड़ कर उन्हें सोशल मीडिया पर डाला गया है।
उत्तरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सागर सिंह कालसी ने बताया कि सिविल लाइंस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 354-डी (पीछा करने) के तहत मामला दर्ज किया गया था और जिले की साइबर प्रकोष्ठ इकाई की मदद ली गई और बाद में मामले में पोक्सो अधिनियम और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराएं प्राथमिकी में शामिल की गईं। पुलिस ने जांच के तहत स्कूली छात्राओं, उनके अभिभावकों और शिक्षिकों से पूछताछ की।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने 33 ‘व्हाट्सऐप विर्चुअल नंबरों’, पांच इंस्टाग्राम प्रोफाइल और फर्जी कॉलर आईडी का इस्तेमाल करके की गई कई कॉल की पहचान कर ली। डीसीपी ने बताया कि इसके बाद आरोपी की पहचान महावीर के तौर पर हुई और उसके बिहार के पटना में होने का पता चला जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।