नई दिल्ली : हौजकाजी मामले को लेकर गृहमंत्री अमित शाह और दिल्ली पुलिस कमिश्नर के बीच हुई मुलाकात के बाद से पुलिस और एक्शन में नजर आ रही है। दरअसल, गुरुवार रात खबर लिखे जाने तक मंदिर के अंदर तोड़फोड़ करने के मामले में पुलिस कुल 9 लोगों को दबोच चुकी है। जबकि बुधवार तक चार लोग ही पुलिस गिरफ्त में थे।
चौंकाने वाली बात ये है कि इन 9 लोगों में 5 नाबालिग बताए जा रहे हैं। हालांकि पुलिस को शक है कि परिजन जिन्हें नाबालिग बता रहे हैं वह नाबालिग नहीं है। इस कारण पुलिस इनका बोन टेस्ट करवाएगी। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा पुलिस ने घटना की रात की 200 वीडियो और सीसीटीवी फुटेज भी अपने कब्जे में ली हैं।
जिन्हें खंगालकर हुड़दंग करने वाले लोगों की पहचान कर के उन्हें पूछताछ के लिए थाने भी बुलाया जा रहा है। इस कड़ी में गुरुवार को भी कई लोगों को थाने बुलाकर उनसे पूछताछ की गई। वहीं गुरुवार को भी पूरा बाजार भी आम दिनों के तरह सुचारू रूप से चला। सब कुछ सामान्य है, इलाके में किसी तरह का कोई तनाव नहीं है।
सीपी से मिला भाजपा प्रतिनिधिमंडल
हौजकाजी स्थित मंदिर में हुई तोड़फोड़ मामले में गुरुवार को राज्यसभा सांसद व पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में सांसद हंसराज हंस, विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा, उत्तरी दिल्ली नगर निगम स्थायी समिति अध्यक्ष जय प्रकाश और भाजपा नेता अभय वर्मा भी मौजूद रहे। गोयल ने पुलिस आयुक्त से मिलकर उन्हें एक सीडी और ज्ञापन सौंपा है।
आरोप है कि जो झगड़ा हुआ उसे साम्प्रदायिक रंग देने में केजरीवाल सरकार के मंत्री इमरान हुसैन का हाथ रहा है। इमरान ने जानबूझ कर भीड़ एकत्रित की जिसके बाद दुर्गा माता मंदिर में तोड़फोड़ की गई। इस पर अभी तक मुख्यमंत्री या मंत्री ने निंदा नहीं की। ऐसे वीडियो फुटेज सामने आए हैं जिसमें एक समुदाय के लोगों ने कहा है कि उन्हें इमरान हुसैन ने एकत्रित होने को कहा था।
प्रतिनिधिमंडल ने इमरान हुसैन की पूरे प्रकरण में जांच और कार्रवाई की मांग की है। पुलिस आयुक्त पटनायक ने कहा है कि सीसीटीवी से मिले तथ्य के आधार पर दाेषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी और प्रतिनिधिमंडल द्वारा मिली जानकारी पर भी गौर किया जाएगा।