कानपुर : यहां के जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने शिक्षा और बच्चों को दिए जाने वाले एमडीएम की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने देने के निर्देश दिए हैं। छापे के दौरान जिलाधिकारी ने छात्रों से गणित और हिंदी के बारे में जानकारी हासिल की जिस पर छात्र दोनों ही विषयों पर कमजोर भी साबित हुए। सिविल लाइन के प्राइमरी और जूनियर हाई स्कूल में अचानक छापा मारकर हड़कंप मचा देने वाले जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने एमडीएम की गुणवत्ता को देखा तो जांच में दाल बहुत ही पतली मिली, जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए अधीक्षिका को फटकार लगाने के सा बेसिक शिक्षा अधिकारी को जांच करने के निर्देश दिये।
इस दौरान जिलाधिकारी ने कक्षा 4 में पहुच कर बच्चो से हिन्दी पढ़ने के लिए कहा इस पर नारद नाम के बच्चे ने जिलाधिकारी को जल्दी जल्दी पढ़ने लगा तथा फूल स्टाप कामा का ज्ञान ही नही था। इस पर जिलाधिकारी ने उपस्थित शिक्षिका पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों को एक एक शब्दो की जानकारी कराते हुए ही बताया जाये। उन्होंने कक्षा क्लास में हासिल वाले सवाल ब्लैक बोर्ड पर दिया तथा एक एक बच्चे से उसको हल करने को कहा इस पर उपस्थित बच्चों में केवल 4 बच्चे ही उसका हल कर सके, जिसमें केवल एक बच्चे ने सही उत्तर लिखा।
प्राथमिक विद्यालय में 33 बच्चों में केवल 15 ही बच्चे उपस्थित थे ततपश्चात परिसर में ही स्थित जूनियर हाईस्कूल में बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता जांचने हेतु कक्षा 7 में जिलाधिकारी पहुचे वहां पर बच्चों से 1/2 का मतलब पूछा तो कोई बच्चा उसका उत्तर बता नही सका। इस पर जिलाधिकारी ने उपस्थित गणित की अध्यापिका पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करे।जूनियर हाई स्कूल में 20 बच्चे पंजीकृत है जिसमें केवल 6 बच्चे ही थे। जिलाधिकारी ने छापे के दौरान 1 साल से एक कंप्यूटर बंद होने के खिलाफ कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए। बेसिक शिक्षा अधिकारी से उक्त विधायलय की जांच कराने के निर्देश दिये।