नई दिल्ली : इस्तीफा देने पर अड़े कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को मनाने की सभी कोशिशें बेकार होती दिखाई दे रही हैं। राहुल गांधी को मनाने के लिए इस्तीफे की झड़ी लग गई है। अब कांग्रेस के ‘सेंकड लाइन लीडरशिप’ माने वाले नेताओं ने अनशन का फैसला किया है। ये कांग्रेसी नेता मंगलवार को 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर धरने पर बैंठेगे।
दिल्ली प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा लोकसभा चुनाव में उम्मीद के मुताबिक परिणाम न आने की ज़िम्मेदारी स्वीकारते हुए इस्तीफे की पेशकश ने निश्चित ही देशभर के तमाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं को विचलित किया है। ये सभी कांग्रेसियों के लिए अकल्पनीय, असहनीय है। राजेश लिलोठिया ने कहा कि सभी कांग्रेसी मानते है कि आज जरूरत एकजुट होकर नए संकल्प के साथ नई शुरुआत करने की है।
चुनाव परिणाम भले ही कुछ भी रहे हों परंतु अपने संघर्ष एवं जुझारूपन से राहुल गांधी देश का मन जीतने में सफल रहे हैं। लिलोठिया ने कहा कि अपने त्याग, स्वच्छ छवि और नेतृत्व क्षमता के कारण इस परिवार का खासतौर पर राहुल गांधी का कोई विकल्प नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि देश की संवैधानिक संस्थाओं तथा संविधान को बचाने एवं देश के ग़रीबों, मज़दूरों एवं किसानों के उत्थान के लिए राहुल गांधी के नेतृत्व में जो संकल्प हम सब ने लिया है, वह तभी पूरा हो सकेगा जब राहुल गांधी हमारे अध्यक्ष के रूप में हमारे मार्गदर्शक बने रहे। हमसब को उनके साथ एक नई शुरुआत करने की जरूरत है।