दक्षिणी दिल्ली : जैतपुर इलाके में डॉयरेक्टोरेट जनरल ऑफ ऑडिट सेंट्रल एक्सपेंडिचर में वरिष्ठ लेखा परीक्षक के तौर पर कार्यरत 43 साल के आनंद सिंह की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ अभी कोई सुराग नहीं लगा है। हालांकि हत्यारे तक पहुंचने के लिए पुलिस की दस टीमों को लगाया गया है। घर व आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है, साथ ही मृतक के परिजन और करीबियों के फोन की कॉल डिटेल भी जांची जा रही है। पुलिस ने फिलहाल तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। सोमवार को पुलिस टीम ने आनंद की पत्नी और उनके भाई से करीब पांच घंटे पूछताछ की।
उधर, परिजनों का कहना है कि घर से 2 लाख रुपए घायब मिले हैं। हालांकि पुलिस इस बारे में कुछ भी कहने से पहले पुख्ता तौर पर जांच कर लेना चाहती है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मृतक के बच्चों के बयान को दोबारा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने मृतक आनंद और कुछ अन्य लोगों की फोन कॉल की डिटेल खंगाल रही है। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि हत्या से पहले आनंद किस के सम्पर्क में थे। फोन नंबर के लोकेशन के आधार पर पुलिस यह पता लगा रही है कि वारदात के समय मौका-ए-वारदात पर कौन-कौन मौजूद था। पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो परिजनों ने घर से दो लाख रुपए गायब होने का दावा किया है। हालांकि पुलिस की मानें तो शुरुआती जांच में परिजनों ने घर से नगदी गायब होने की बात का जिक्र नहीं किया था। बता दें कि शनिवार सुबह वरिष्ठ लेखा परीक्षक आनंद की उन्हीं के घर में किसी ने हत्या कर दी थी। देर रात 3 बजे के आसपास उनके शव को घर में देखने के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी।