नई दिल्ली : कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किए गए एक कैदी ने मजिस्ट्रेट के सामने अपनी टी-शर्ट उतारकर गर्म धातु से ओम दागने और जबरन व्रत रखवाते हुए दो दिन भूखा रखने का आरोप लगाया है। ड्यूटी मजिस्ट्रेट रिचा परिहार ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए तिहाड़ प्रशासन से जवाब तलब किया है। अदालत ने तिहाड़ प्रशासन को जांच कर 24 घंटे में इस मामले की पूरी रिपोर्ट पेश करने का आदेश सुनाया है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी मांगी हैं।
इस मामले की अगली सुनवाई 22 अप्रैल को होगी। क्योंकि शुक्रवार को जेल प्रशासन रिपोर्ट दाखिल नहीं कर सका। कैदी का नाम साबिर है और उसकी न्यायिक हिरासत बढ़ाने के लिए उसे गुरुवार को कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किया गया। उसी दौरान उसने मजिस्ट्रेट के सामने टी-शर्ट उतारकर निशान दिखाते हुए जेल प्रशासन द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। न्यू सीलमपुर का रहने वाला साबिर आर्म्स सप्लाई के केस में न्यायिक हिरासत में है। उसे जेल नंबर-4 के हाई रिस्क वार्ड में रखा गया था।
उसे तिहाड़ से परिजनों को निर्धारित अवधि में कॉल करने का अधिकार मिला हुआ है। दो दिन पहले उसने अपने परिवार को फोन पर बताया कि उसके साथ जेल में कुछ अच्छा नहीं हो रहा है। जब उसे न्यायिक हिरासत में कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किया गया तो उनके वकील जगमोहन और परिवार के सदस्य कोर्ट पहुंच गए। वकील जगमोहन ने कोर्ट को अपने मुवक्किल की शिकायत के बारे में बताया।
जिसके बाद मजिस्ट्रेट ने लॉकअप के अंदर ही कैदी की पीठ पर दागे गए ओम के निशान के फोटोग्राफ्स क्लिक कराए और वकील की अर्जी पर तिहाड़ प्रशासन को 24 घंटे में जवाब दाखिल करने का निर्देश जारी किया। मजिस्ट्रेट ने जेल प्रशासन को उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। जिसके तहत जेल में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और अन्य कैदियों के बयान पर आधारित रिपोर्ट पेश करने के निर्देश हैं।
सुपरिंटेंडेंट पर आराेप
इस मामले में जेल नंबर-4 के सुपरीटेंडेंट पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अर्जी के अनुसार जेल द्वारा उपलब्ध कराए गए इंडक्शन चूल्हे के खराब होने की बार-बार शिकायत करने पर सुपरिंटेंडेंट ने उसे अपने ऑफिस बुलाकर धमकाया था। आरोप है कि सबक सिखाने की बात कहने के साथ ही कुछ लोगों के साथ मिलकर उसकी पिटाई की गई और पीठ पर धातु गर्म कर करीब 5 इंच बड़ा ओम का निशान दाग दिया गया। इसके अलावा सिगरेट से भी निशान दागे। दी गई शिकायत के अनुसार उसे दो दिन भूखा रखा गया। क्योंकि सुपरीटेंडेंट ने उसे व्रत पर रखने का निर्देश अधिकारियों को दिया था।