नई दिल्ली : सीमा पार से लगभग 200 आतंकवादियों के घुसपैठ की फिराक में छिपे होने की खबरों के बीच आज गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दावा किया कि सेना की सर्जिकल स्ट्राइक की कार्रवाई के बाद से घुसपैठ में काफी कमी आई है।
श्री राजनाथ सिंह ने सीमा सुरक्षा बल के अलंकरण समारोह और रूस्तमजी स्मृति व्याख्यान में कहा कि सेना द्वारा पिछले वर्ष की गयी सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से सीमा पार से घुसपैठ की घटनाओं में कमी आई है। कहा कि सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों में चौकसी को पुख्ता बनाने के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा प्रणाली को अमल में लाने की योजना बना रही है जिससे कि सीमा पार से होने वाली घुसपैठ पर और अधिक अंकुश लगाया जा सके।
सीमा की निगरानी करने वाले बलों, खुफिया तंत्र और पुलिस के बीच तालमेल बढाया जायेगा। जम्मू कश्मीर में सेना के उरी स्थित शिविर पर आतंकवादी हमले के बाद सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकवादियों के कई लांच पैड ध्वस्त किये थे। इन हमलों में कई आतंकवादी भी मारे गये थे। हालाकि रिपोर्टों के अनुसार इसके बाद से सीमा पर हलचल नहीं रूकी और घुसपैठ के साथ-साथ सेना के साथ आतंकवादी मुठभेडों का सिलसिला बदस्तूर जारी रहा है। खुफिया एजेन्सियों की ताजा रिपोर्टों में भी कहा गया है कि लगभग 200 आतंकवादी घुसपैठ की फिराक में सीमा पार लांच पैडों पर छिपे हुए हैं।
बीएसएफ को सीमा पर पहली रक्षा पंक्ति करार देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि सीमा की रक्षा के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले बल के जवानों पर देश को गर्व है। सीमा पार से तस्करी और जाली मुद्रा पर अंकुश लगाने में बीएसएफ के योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह साधारण बल नहीं है। इस मौके पर उन्होंने वीरता और बहादुरी के कारनामों के लिए बीएसएफ के 29 जवानों और अधिकारियों को पदकों से सम्मानित किया। उन्होंने छठी एशियाई पैरा साइकिलिंग चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले बल के सिपाही हरिन्दर सिंह को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
(वार्ता)