आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से आज पीएसएलवी-सी 43 रॉकेट का प्रक्षेपण किया गया। यह पृथ्वी का निरीक्षण करने वाले भारतीय उपग्रह एचवाईएसआईएस और 30 अन्य सेटेलाइट अपने साथ अंतरिक्ष में ले गया, उनमें 23 अमेरिका के हैं। हाईपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटेलाइट भू अवलोकन उपग्रह है जिसका विकास इसरो ने किया है। यह पीएसएलवी-सी43 अभियान का प्राथमिक उपग्रह है।
इसरो ने बताया कि आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से गुरुवार को सुबह नौ बजकर 58 मिनट पर अंतरिक्षयान पीएसएलवी-सी43 का प्रक्षेपण हुआ। यह पीएसएलवी-सी43 अभियान का प्राथमिक उपग्रह है। पीएसएलवी इसरो का तीसरी पीढ़ी का प्रक्षेपण यान है।
इसरो के अनुसार, पीएसएलवी 380 किलोग्राम भार वाले हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सेटेलाइट (एचवाईएसआईएस) और 30 अन्य उपग्रहों के साथ आज सुबह 9.58 बजे अंतरिक्ष के लिए रवाना होगा। 30 अन्य विदेशी उपग्रहों का कुल वजन 261.5 किलोग्राम है। प्रक्षेपण यान के रवाना होने के बाद महज 112 मिनट में संपूर्ण अभियान पूरा हो जाएगा।
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रॉकेट का चौथा चरण उड़ान भरने के महज 16 मिनट बाद शुरू हो जाएगा। 17 मिनट से अधिक की उड़ान भरने पर पीएसएलवी रॉकेट हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सेटेलाइट को कक्षा में स्थापित कर देगा जो वहां पांच साल तक रहेगा। इसके बाद रॉकेट 642 किलोमीटर की ऊंचाई से नीचे 503 किलोमीटर पर आएगा और उड़ान भरने के करीब 112.79 मिनट के भीतर अंतिम उपग्रह को उसकी कक्षा में पहुंचा देगा। इसरो ने इससे पहले जनवरी में दो घंटे तक उपग्रह प्रक्षेपण अभियान चलाया था।