दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के दिन शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। दिल्ली के एक वकील ने जनहित याचिका दायर कर कोर्ट से मामले की जांच के लिए एक टीम के गठन की मांग की है। वहीं क्राइम ब्रांच की एक टीम जहांगीरपुरी के C-ब्लॉक पहुंच गयी है, जहां शोभायात्रा पर पथराव के बाद हिंसा हुई थी।
अंसार और असलम को 1 दिन की पुलिस रिमांड
जहांगीरपुरी हिंसा के मामले में गिरफ्तार 14 आरोपियों को रविवार को दिल्ली पुलिस ने रोहिणी कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने अंसार और असलम को 1 दिन की पुलिस रिमांड दी है, वहीं अन्य 12 को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में कहा कि 15 तारीख को अंसार और असलम को पता लग गया था कि एक यात्रा निकलने वाली है और इन लोगों ने साजिश रची थी।
मैं झुकेगा नहीं' वाला स्टेप करते हुए कोर्ट पहुंचा अंसार
हिंसा का मास्टरमाइंड अंसार रविवार को कोर्ट में पेशी के दौरान फिल्म पुष्पा का 'मैं झुकेगा नहीं' वाला स्टेप करते हुए पहुंचा। आरोपी अंसार चौथी कक्षा तक पढ़ा है और कबाड़ी का काम करता है। उसके खिलाफ दो मामले पूर्व में दर्ज हैं। उसे पहली बार 2009 में चाकू के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद 2018 में उसके खिलाफ सरकारी कर्मचारी पर हमला करने और काम में बाधा डालने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था। उस पर सट्टेबाजी के मामले में भी कार्रवाई की जा चुकी है।
BJP का आरोप, AAP कार्यकर्ता है अंसार
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आरोप लगाया है कि अंसार आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है। उन्होंने जहांगीरपुरी हिंसा के बहाने दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी को जमकर घेरा। आदेश गुप्ता ने दिल्ली की AAP सरकार पर बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्या को गैरकानूनी तरीके से ठहराने का भी आरोप लगाया।