जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी द्वारा जाए किए गए वीडियो को लेकर यूनिवर्सिटी का बयान सामने आया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने रविवार को स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ऐसा कोई नया वीडिया उसने जारी नहीं किया है जिसमें सुरक्षाबल 15 दिसंबर को यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में छात्रों को पीटते हुए नजर आ रहे हैं।
जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी द्वारा जारी किए गए 48 सेंकेंड के इस वीडियो में लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं पर सुरक्षाबल जमकर डंडे बरसाते नजर रहे हैं। इन लोगों ने अपने चेहरे ढक रखे हैं। यह वीडियो सीसीटीवी फुटेज जान पड़ता है। यूनिवर्सिटी के जन संपर्क (पीआर) अधिकारी अहमद अजीम ने कहा, ‘‘हमारे संज्ञान में आया है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया के डॉ. जाकिर हुसैन यूनिवर्सिटी में पुलिस बर्बरता के बारे में कोई वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है।
जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी ने जारी किया Video, प्रियंका ने सरकार से की दोषियों पर कार्रवाई की मांग
यह स्पष्ट किया जाता है कि इस वीडियो को यूनिवर्सिटी ने जारी नहीं किया है।’’ यह वीडियो जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी (जेसीसी) ने जारी किया है। जेसीसी जामिया मिल्लिया इस्लामिया के वर्तमान और पूर्व छात्रों का संगठन है। 15 दिसंबर को कथित पुलिस बर्बरता के बाद इसका गठन किया गया।
जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार जेसीसी यूनिवर्सिटी के गेट नंबर सात के बाहर मौलाना मोहम्मद अली जौहर रोड पर नागरिकता संशोधित कानून (सीएए), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ आंदोलन चला रही है। अजीम ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट किया जाता है कि जेसीसी यूनिवर्सिटी का कोई आधिकारिक निकाय नहीं है। जेसीसी के साथ किसी भी संवाद को यूनिवर्सिटी के साथ संवाद नहीं समझा जाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ कई ट्विटर एकाउंट, फेसबुक पेज और विभिन्न सोशल मीडिया मंचों के उपयोगकर्ता जामिया मिल्लिया इस्लामिया के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं और लोगों में भ्रम पैदा कर रहे हैं।’’ उन्होंने सोशल मीडिया पर आधिकारिक ट्विटर हैंडल और फेसबुक पेज की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा , ‘‘हमने ट्विटर से हमारे आधिकारिक हैंडल का सत्यापन करने का अनुरोध भी किया है और हम अन्य सोशल मीडिया मंचो से भी ऐसा ही करने को कहेंगे।’’
वीडियो कि वायरल होते ही विपक्ष गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली पुलिस पर हमलावर हो गई। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सरलकार से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर दी। वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भयानक बताते हुए पुलिसकर्मियों के लिए सजा की मांग तक कर दी।