पूर्वी दिल्ली: वर्ष 2017 की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री “जिंदल फैमली मर्डर केस” से पर्दा उठाते हुए दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। सात बदमाशों ने जिंदल हाउस में घुसकर डकैती डाली थी। इसी दौरान आरोपियों ने घर की मुखिया उर्मिला जिंदल और उनकी तीन बेटियों की हत्या कर दी थी। वारदात का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि फैमली का 15 साल पूराना विश्वसनीय गार्ड राकेश था। जिसने अपने बेटे-दामाद और उनके साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिलाया।
मगर बेटे और दामाद ने सारे राज दफन करने के लिए राकेश की भी हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या के आरोप में गार्ड राकेश के बेटे बागपत निवासी अनुज कुमार (25), दामाद विकास उर्फ विक्की (26), विकास की बुआ के बेटे लोनी निवासी सन्नी (22), विकास उर्फ विक्की (30) और नीरज (37) को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटी गई कुछ ज्वेलरी, 50 हजार रुपए और वारदात में इस्तेमाल एक चाकू बरामद किया है। वारदात में शामिल दो आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार ने बताया कि गत 6-7 अक्टूबर की रात मानसरोवर पार्क स्थित जिंदल हाउस में बुजुर्ग महिला उर्मिला जिंदल (78) उनकी तीन बेटियां संगीता गुप्ता (52), नूपुर जिंदल (48) और अंजलि जिंदल (45) और गार्ड राकेश की हत्या की गई थी। पुलिस के लिए यह एक ब्लाइंड केस था। लोकल पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच जांच में जुटी थी। क्राइम ब्रांच की टीम डीसीपी डॉ. जी. रामगोपाल नाइक, एसीपी राजेश कुमार के नेतृत्व में काम कर रही थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुलिस को पता चला कि वारदात को एक ही तरीके से अंजाम दिया गया। हत्यारे को मानव शरीर के अंगों की भी अच्छी जानकारी थी। उसे मालूम था कि कौन सी नस काटने से व्यक्ति जल्दी मरता है। शुरू में पुलिस फैमली के सदस्यों पर भी शक कर रही थी। क्योंकि घर में फ्रेंडली एंट्री हुई थी। मगर जब पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला तो दूसरा शक गार्ड राकेश के जानकारों पर गया। क्योंकि दूसरा राकेश ही था, जो किसी को घर में फ्रेंडली एंट्री करा सकता था। इस दृष्टिकोण से जब पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो एक के बाद एक सारे राज खुलते चले गए।
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