जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पीएचडी के छात्रों को प्रयोगशाला का उपयोग करने के लिए 21 दिसंबर से परिसर में आने की अनुमति होगी। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सात महीने तक बंद रहने के बाद विश्वविद्यालय परिसर को दो नवंबर से चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है। इसके तहत चौथे चरण में पीएचडी के छात्रों को अनुमति दी जा रही है।
जेएनयू के कुलसचिव प्रमोद कुमार ने कहा, ‘‘सभी स्कूलों के पीएचडी के छात्रों को, जिन्हें प्रयोगशाला का उपयोग करने की जरूरत है, 21 दिसंबर से परिसर में प्रवेश करने की अनुमति होगी। छात्रों को सात दिनों तक खुद को अनिवार्य रूप से पृथकवास में रखना होगा और इस बारे में एक स्व-घोषणा पत्र सौंपना होगा। ’’
विश्वविद्यालय ने महामारी के चलते केंद्रीय पुस्तकालय, सभी कैंटीन और ढाबों के बंद रहने की घोषणा की है। कुमार ने कहा, ‘‘कार्यालयों, कार्यस्थलों और प्रयोगशालाओं में सुरक्षा के लिए कर्मचारियों एवं छात्रों को सर्वश्रेष्ठ कोशिश के तहत यह सुनश्चित करना चाहिए कि सभी कर्मचारी और छात्र आरोग्य सेतु एप (मोबाइल में) डाउनलोड करें। ’’
जेएनयू परिसर को महामारी के मद्देनजर मार्च में बंद कर दिया गया था। परिसर को दो नवंबर से चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है।