जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में हुई हिंसा को लेकर हो रही जांच में नए-नए पहलु सामने आ रहे है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने इस मामले में 9 छात्रों को नोटिस जारी किया है। इन सभी छात्रों की पहचान फोटो और वीडियो के आधार पर की गई है। साथ ही पुलिस ने इस मामले में 7 अन्य छात्रों की भी पहचान की है।
दिल्ली पुलिस ने 9 छात्रों को नोटिस जारी करते हुए सोमवार को जांच में शामिल होने का आदेश दिया है। इस मामले में वार्डन, 13 सुरक्षा गार्ड और 5 छात्रों के बयान भी दर्ज हुए है। पुलिस ने उन 37 छात्रों को भी बुलाया है जिनकी पहचान व्हाट्सएप्प ग्रुप ‘यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट’ से हुई है। 5 जनवरी की शाम को हुई घटना के बाद जेएनयू में कक्षाएं रोक दी गई थी। वहीं अब 7 दिन बाद यानी सोमवार से यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कक्षाएं शुरू करने का फैसला लिया है।
जिनके हाथ खून से रंगे हैं वे दूसरों को क्या शिक्षा देंगे?
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय को इसकी आधिकारिक जानकारी दी है। साथ ही जेएनयू प्रशासन ने शनिवार को छात्रों के लिए एक नोटिस जारी करते हुए सभी छात्रों को सोमवार से अपनी कक्षाओं में लौटने का आदेश दिया है। इस नोटिस में दिल्ली से बाहर गए छात्रों को भी लौट आने को कहा गया है।
गौरतलब है की जेएनयू छात्रसंघ ने आरोप लगाया कि पुलिस को पांच जनवरी को हिंसा होने से बहुत पहले भीड़ के जमा होने की सूचना दी गई थी जिसकी उसने अनदेखी की। जेएनयू छात्रसंघ ने दावा किया, “उन्हें अपराह्न तीन बजे इसकी सूचना दी गई और अपराह्न तीन बजकर सात मिनट पर पुलिस इसे पढ़ चुकी थी, बावजूद इसके अनदेखी की गई।”