नयी दिल्ली : जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने परीक्षाओं का बहिष्कार करने वाले छात्रों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर वे संस्थान के शैक्षणिक मानदंडों पर खरे नहीं उतरे तो अगले सेमेस्टर के लिए पंजीकरण कराने के पात्र नहीं होंगे।
विश्वविद्यालय का कहना है कि जेएनयू में छात्रों का मूल्यांकन विभिन्न मानदंडों, जैसे… गृह कार्य, क्वीज, टर्म परीक्षाएं, प्रेजेंटेशन, सेशन की परीक्षाओं आदि के आधार पर होता है। उनका कहना है कि चूंकि प्रदर्शन कर रहे छात्र अन्य छात्रों को भी सेमेस्टर की परीक्षा देने से रोक रहे हैं, ऐसे में उन्हें घर से परीक्षा देने का विकल्प दिया जा रहा है।
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है, ‘‘विश्वविद्यालय परीक्षाएं लेने की तमाम कोशिशें कर रहा है, उसके बावजूद जो लोग अपनी मर्जी से परीक्षा देने से इंकार कर रहे हैं, अगर वे विश्वविद्यालय के मानदंडों पर खरे नहीं उतरते हैं तो वे अगले सेमेस्टर के लिए पंजीकरण कराने के योग्य नहीं होंगे।’’ उनका कहना है कि परीक्षा देने के इच्छुक सभी छात्रों को परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जाएगा।