नई दिल्ली : श्रम विभाग द्वारा आयोजित किए गए तीसरे रोजगार मेले से उम्मीद लगाए अधिकतर युवाओं को निराशा ही हाथ लगी। दरअसल, दिल्ली सरकार के श्रम विभाग द्वारा दावा किया गया था इस मेले में नामी 89 कंपनियां आ रही हैं और वह जरूरत के आधार पर युवाओं को चयनित करेगी। दावे के आधार पर दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से बीटेक, एमटेक, बीए, एमए, एमफिल की डिग्री लिए युवा रोजगार की तलाश में पहुंचे। लेकिन कंपनी की जरूरत को देखते हुए अधिकतर लोगों को वापस ही लौटना पड़ा। यहां अधिकतर इंश्योरेंस, घरेलू कार्य सहित अन्य से जुड़ी कंपनियां आई हुई थी, जिन्हें 10-12वीं पास उम्मीदवार ही चाहिए थे। ऐसे में ज्यादा पढ़े युवाओं को बेहतर विकल्प के लिए मेले से बाहर निकलना पड़ा।
जॉब की तलाश में त्यागराज स्टेडियम पहुंचे नवीन ने बताया कि उन्होंने बीटेक किया हुआ है और अभी एक कंपनी में इंजीनियर के पद पर काम कर रहे हैं। वह यहां जॉब चेंज करने के उद्देश्य से आए थे लेकिन यहां आई कंपनी को देखकर वह तुरंत लौट गए। उन्होंने बताया कि यहां 12वीं पास युवाओं के लिए जॉब हैं जबकि यहां आए अधिकतर ग्रेजुएट हैं। वहीं शॉर्ट लिस्टेड हुई मनीषा ने बताया कि उन्हें एक निजी इश्योरेंश कंपनी के लिए चुना गया हैं। कंपनी ने जो शर्त बताई हैं उसके आधार पर काम करना संभव नहीं। उनका कहना है कि जो काम दिया गया है उसे उसमें काफी परेशानी है। घर-घर जाकर इंश्योरेंस करना होगा, यह काम तो बिना साझात्कार के भी मिल जाता है। ऐसे में इस आयोजन की जरूरत ही नहीं है।
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