सोहराबुद्दीन शेख़ एनकाउंटर केस की सुनवाई करने वाले CBI के स्पशेल जज बीएच लोया की मौत का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट के सामने जांच की अपील पर दो याचिकाएं दायर की गई। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस दीपक मिश्रा, एम खानविलकर और डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई में मामले की सुनवाई होगी।
जज लोया की मौत दिसंबर 2014 में हार्ट अटैक से हुई थी। उस वक्त वो सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले की सुनवाई कर रहे थे। एक अखबार की रिपोर्ट के बाद उनकी मौत सवालों के घेरे में आ गई थी। इस याचिका को महाराष्ट्र के पत्रकार बीआर लोन ने किया था। जज लोया की बहन ने लोया की मौत पर सवाल उठाए थे।
महाराष्ट्र के एक पत्रकार बंधुराज संभाजी लोने ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर जज लोया की मौत की स्वतंत्र जांच की मांग की। सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को इस मामले की सुनवाई को तैयार हो गया। गौरतलब है कि जज लोया की मौत पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। इस मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट में भी एक याचिका दाखिल की गई है।
दरअसल 2005 में सोहराबुद्दीन शेख और उसकी पत्नी कौसर बी को गुजरात पुलिस ने हैदराबाद से अगवा किया। आरोप लगाया गया कि दोनों को फर्जी एनकाउंटर में मार डाला। शेख के साथी तुलसीराम प्रजापति को भी 2006 में गुजरात पुलिस द्वारा मार डाला गया। उसे सोहराबुद्दीन मुठभेड का गवाह माना जा रहा था।
गौरतलब है कि सोहराबुद्दीन शेख़ एनकाउंटर के साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत अन्य अधिकारियों का भी नाम जुड़ा था। लोया की मृत्यु नागपुर में हुई थी, वह अपने साथी की बेटी की शादी में वहां गए थे। अमित शाह को 2010 में सोहराबुद्दीन के फर्जी एनकाउंटर के केस में जेल जाना पड़ा था। उन्होंने कहा की कारवां मैग्जीन ने जस्टिस लोया की मौत को लेकर खबर छापी है तो दूसरी ओर एक अंग्रेजी अखबार ने भी खबर छापी है। जिसको भी संदेह है वो तथ्य देख ले। क्या ये उनके खिलाफ कोई राजनीतिक षड़यंत्र है?
इस सवाल पर अमित शाह ने कहा कि मैं ऐसा कुछ नहीं कहना चाहता। मैं क्यों पचड़े में पड़ूं? जिसको भी संदेह है वो नागपुर जाकर देख ले। लेकिन इस पूरे मामले पर पिछले दिनों मीडिया में जज लोया की बहन के खुलासे के बाद लगातार इस मामले की जांच की बात उठ रही है। जज लोया की बहन ने बताया कि सोहराबुद्दीन मामले में एक खास पक्ष में फैसला देने के लिए जज लोया को 100 करोड़ रुपये और मुंबई में एक घर देने की पेशकश की गई थी जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था। इसके बाद उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
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