दिल्ली में ‘अनलॉक-4’ के तहत मेट्रो सेवा सात से 12 सितंबर के बीच तीन चरणों में बहाल होगी, लेकिन निषिद्ध क्षेत्रों में पड़ने वाले स्टेशन बंद रहेंगे। इसी के मद्देनजर रविवार को परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत कल से मेट्रो सेवाओं को शुरू करने के लिए की गई तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए राजीव चौक का दौरा किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि "मैं यात्रियों से अपील करता हूं कि वे यात्रा करते समय सभी प्रोटोकॉल का पालन करें। लेकिन मैं लोगों को सलाह दूंगा कि जब तक बहुत जरूरी न हो मेट्रो न लें।" मेट्रो सेवाएं कल से शुरू होने के मद्देनजर यात्रियों के बीच भौतिक संपर्क कम से कम सुनिश्चित करने के वास्ते कई कदम उठाये है। मेट्रो के 45 स्टेशनों के प्रवेश द्वार पर, स्वचालित थर्मल स्क्रीनिंग सह सैनिटाइज़र डिस्पेंसर लगाये गए हैं।
यह सुविधा 17 मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध होगी, जिसमें येलो लाइन के राजीव चौक, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय और विश्वविद्यालय स्टेशन शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार कोविड-19 सुरक्षा मानकों के अनुसार किसी भी स्टेशन पर लिफ्ट में एक बार में अधिकतम तीन यात्रियों को जाने की अनुमति होगी।
ट्रेनों के ठहराव की अवधि अब अधिक होगी। इसे प्रत्येक स्टेशन पर 10-15 सेकंड से बढ़ाकर 20-25 सेकंड किया जायेगा और ‘इंटरचेंज’ सुविधा की अवधि को 35-40 सेकंड से बढ़ाकर 55-60 सेकंड किया जायेगा। डीएमआरसी ने बुधवार को कहा था कि सात सितम्बर से फिर से शुरू होने वाली मेट्रो सेवा के पहले चरण में दिल्ली मेट्रो सेवाएं दो पालियों सुबह 7 से 11 तक और शाम 4 बजे से रात 8 बजे तक संचालित होंगी। दूसरे चरण में ट्रेनें सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच और शाम चार बजे से रात 10 बजे के बीच उपलब्ध रहेंगी और 12 सितंबर से सामान्य संचालन शुरू हो जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा और वायरस के फैलने की आशंका के कारण यात्रियों को टोकन जारी नहीं किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि केवल स्मार्टकार्ड धारकों को यात्रा की अनुमति होगी। यात्रियों को आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल करने की सलाह दी जायेगी।