पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मध्यप्रदेश के चुनावी दौरे के बीच बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को उन पर निशाना साधा। कैलाश विजयवर्गीय ने यहां संवाददाताओं से कहा, मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री के रूप में सोनिया गांधी और राहुल गांधी सरीखे कांग्रेस नेताओं के रिमोट कंट्रोल से चलते थे।
उन्होंने कोयला और दूरसंचार समेत विभिन्न क्षेत्रों में पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के कार्यकाल में सामने आए घोटालों का हवाला देते हुए आरोप लगाया, बतौर प्रधानमंत्री, मनमोहन उन्हीं मामलों में निर्णय लेते थे, जिनमें कुछ लोगों को बेजा आर्थिक फायदा होने की गुंजाइश होती थी। उनके प्रधानमंत्री रहने के दौरान देश में कुल 11 लाख करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया गया था।
उमा भारती बोली – कैलाश विजयवर्गीय ने मेरा बहुत साथ दिया
कैलाश विजयवर्गीय ने सवाल किया, मनमोहन जवाब दें कि क्या वह प्रधानमंत्री पद पर रहने के दौरान कुछ लोगों के अनुचित दबाव में थे ? उन्होंने ने कहा, मनमोहन मूलतः अर्थशास्त्री हैं। लेकिन प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान देश की अर्थव्यवस्था की हालत बेहद खराब हो गयी थी।
मनमोहन सरकार में महंगाई और राजकोषीय घाटा बढ़ गया था, जबकि बुनियादी ढांचे के लिए सरकारी निवेश में गिरावट दर्ज की गयी थी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की हालिया घोषणा के बारे में पूछे जाने पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, स्वराज ने हालांकि अपने किडनी प्रत्यारोपण के बाद उभरे स्वास्थ्य कारणों से चुनाव नहीं लड़ने की बात कही है। लेकिन बीजेपी उन्हें चुनाव लड़ने का आदेश देती है, तो उन्हें इसका पालन करना होगा।