हैदराबाद : भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने बुधवार को तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष और कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव पर लोगों का विश्वास तोड़ने और तेलंगाना में परिवार के शासन को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। तेलंगाना में सात दिसंबर को होने वाले चुनाव के मद्देनजर भाजपा का प्रचार करने हैदराबाद आयीं स्वराज ने कहा कि चुनावी परिदृश्य में बहुत विरोधाभास हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आज अगर हम देखें तो केसीआर मुख्यमंत्री हैं, बेटा मंत्री है, भांजा/भतीजा मंत्री है…. हजारों बच्चों के खून और शवों पर चलकर बने तेलंगाना, में सत्ता पाने के बाद शक्ति सिर्फ एक परिवार के पांच लोगों में सिमट कर रह गई है।’’ स्वराज पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के दौरान युवाओं की आत्महत्या की घटनाओं का उदाहरण दे रही थीं।
केन्द्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि जनता के सपने तोड़ कर तेलंगाना में एक परिवार का राज हो गया है। उन्होंने कहा कि यहां खूब विरोधाभास है, क्योंकि तेदेपा, कांग्रेस और तेलंगाना जन समिति तीनों महागठबंधन में हैं। गौरतलब है कि तेदेपा ने तेलंगाना के गठन का विरोध किया था, कांग्रेस ने तेलंगाना का गठन किया। स्वराज ने कहा कि वहीं तेलंगाना के गठन का समर्थन करने वाली टीआरएस और विरोध करने वाली एआईएमआईएम का गठबंधन है। उन्होंने कहा कि सिर्फ भाजपा के विचार नहीं बदले हैं। उनकी पार्टी तेलंगाना के गठन में साथ थी और अब राज्य के विकास के लिए दृढ़ है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कहूंगी कि यह चुनाव विरोधाभास और स्पष्टता के बीच है।’’ स्वराज ने आरोप लगाया कि इस कारण के लिए बलिदान देने वाले करीब 2,000 लोगों में से टीआरएस सरकार ने महज 400 लोगों को याद किया।