नई दिल्ली : लुटियन जोन स्थित मंत्री के आवास में आपूर्ति हो रहा पानी पीने लायक नहीं है, फिर दिल्ली के अन्य हिस्सों के बारे में क्या कहा जा सकता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पानी के रूप में बीमारी बांट रहे हैं, यह कहना है दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी का। रविवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और नई दिल्ली नगर पालिका क्षेत्र के 11 जगहों से पीने के पानी का सैंपल एकत्रित किया गया।
इनकी जांच 24 पैरामीटर के आधार पर की गई। जांच के दौरान पाया गया कि अधिकतर सैंपल में 17 पैरामीटर तक की कमी पाई गई। मुख्यमंत्री दावा करते हैं कि दिल्ली में यूरोपियन क्वॉलिटी का पानी सप्लाई करवा रहे हैं लेकिन जांच रिपोर्ट कुछ और ही बता रही है। बीएसआई से मिली रिपोर्ट के आधार पर पता चला है कि दिल्ली में पानी की गुणवत्ता खराब हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में लोग खरीद कर पानी पी रहे हैं, और जो गरीब लोग पानी खरीद कर नहीं पी सकते वो गंदा पानी पीने को मजबूर हैं, और यह गंदे पानी की सप्लाई दिल्ली जल बोर्ड द्वारा की जा रही है जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं। इस गंदे पानी को पीने से हैजा-पीलिया जैसी बीमारियां लगातार बढ़ रही हैं।
मनोज तिवारी ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल पानी के रूप में दिल्ली वालों को बीमारी क्यों दे रहे हैं, मुख्यमंत्री खुद जल बोर्ड के मुखिया हैं। फिर भी दिल्ली में पानी की स्थिति बदहाल है।
2024 तक उच्च मानक का देंगे पानी
मनोज तिवारी ने कहा कि भाजपा का संकल्प है कि दिल्ली के हर घर में 2024 तक उच्च मानक स्तर का पीने का पानी उपलब्ध करवाएंगे। भाजपा अपने संकल्प को साकार करने की दिशा में काम कर रही है।
केजरीवाल का भाजपा पर पलटवार
दिल्ली जलबोर्ड द्वारा सप्लाई किये जाने वाले पानी के सैंपल जांच में फेल होने के भाजपा के आरोप पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पलटवार किया है। पार्टी कार्यालय में एक कार्यक्रम में पूछे गये सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री स्वयं कह रहे हैं कि दिल्ली का पानी यूरोपीय मानक पर खरा है लेकिन ये लोग राजनीति कर रहे हैं। बता दें कि इससे पहले केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने भी दिल्ली के नल से आने वाले पानी की गुणवत्ता पर सवाल उठाया था।