केजरीवाल सरकार द्वारा पानी के बकाया बिलों पर विलंब शुल्क माफ करने को चुनावी घोषणा बताते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि मुफ्त की घोषणाएं केवल चुनावों को नजदीक पाकर जनता को भ्रमित करने के लिए की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के पास दिल्ली जल बोर्ड एक ही विभाग है जिसे चलाने में वे पूरी तरह से विफल साबित हुए हैं। इसके कारण दिल्ली जल बोर्ड आज पूरी तरह घाटे में चल रहा है और इसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल हैं।
तिवारी ने कहा कि जल बोर्ड ने दिल्ली में साढ़े चार वर्षों में बहुत बड़ी अव्यवस्था फैला दी है। कहीं महीनों से बिल नहीं दिए गए तो कहीं मीटर की रीडिंग नहीं ली गई। जहां मीटर की रीडिंग ली गई वो गलत पायी गई। एक विभाग द्वारा इतनी लापरवाही बरती गई, लेकिन दिल्ली के मुखिया ने इस पर चुप्पी साध रखी है। जनता को जानबूझकर परेशान करने के लिए पहले दिल्ली जल बोर्ड ने लोगों को भारी भरकम राशि का बिल दिया, उन्होंने जब बिना पानी के आए बिलों के भुगतान करने से इंकार कर दिया तो उनके लिए एरियर पर विलंब शुल्क माफ करने की बात अब कही जा रही है, जबकि कुछ माह बाद दिल्ली में चुनाव होने हैं।
इससे स्पष्ट है कि यह घोषणा भी केजरीवाल सरकार की बाकी की मुफ्त घोषणाओं की श्रृंखला का ही एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल अचानक एक्शन मोड में आने का नाटक कर एक के बाद एक घोषणाएं कर जनता को गुमराह करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केजरीवाल सरकार की कथनी और करनी के फर्क को दिल्ली की जनता समझ चुकी है।