राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने एक बड़ा सवाल उठाया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने पानी के बिलों को माफ करने की जो घोषणा की है, उसके मद्देनजर क्या केजरीवाल उन सबके पैसे वापस करेंगे जिन्होंने ईमानदारी से समय पर अपने पानी के बिलों का भुगतान किया था। गोयल ने केजरीवाल की घोषणाओं को झूठ का पुलिंदा बताया और कहा कि आज जब अगले विधानसभा चुनाव में चार माह भी नहीं रह गए, ऐसे में केजरीवाल द्वारा पानी के बिलों का बकाया माफ करने की घोषणाएं उनकी हताशा और निराशा को ही बताती है।
उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में दिल्ली में केजरीवाल ने विकास के कोई काम नहीं किए और अब दिल्ली के चुनाव को देखकर उनकी आंखें खुली हैं और वे आनन-फानन में दिल्ली की जनता के टैक्स के पैसों से घोषणाएं करने में लगे हैं। मेट्रो में महिलाओं की सवारी मुफ्त नहीं हुई, लेकिन करोड़ों रूपए विज्ञापनों पर खर्च कर दिए गए। बसों में भी महिलाओं का सफर मुफ्त नहीं हुआ पर घोषणा कर दी गई।
गोयल ने कहा कि बिजली के बिल फिक्सड चार्ज के कारण बढ़ गए। 21 लाख में से 7 लाख उपभोक्ताओं के घरों में पानी मीटर खराब है जिन्हें ठीक नहीं कराया जा रहा क्योंकि 20 हजार लीटर पानी मुफ्त न देना पड़े। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जनता को सीधा वोट बैंक की राजनीति से देख रहे हैं। पहले तो ये घोषणाएं लागू होना मुश्किल है और दूसरे यदि ये लागू भी हो जाती हैं तो ऐसा लगता है कि मानो केजरीवाल दिल्ली के वोटरों को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं।