नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की विशेषता है जो भी जनता को आश्वासन दिया उसे पूरा नहीं किया। यह बातें केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को लोक नीति शोध केंद्र (पीपीआरसी) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के दौरान कहीं। उन्होंने कहा केजरीवाल ने नारे बहुत अच्छे लगाए जैसे कि पानी हाफ। लेकिन लोगों को पानी साफ चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार आरटीआई के बारे में अच्छी तरह से जानती है, इसलिए सरकार ने दिल्ली के नागरिकों के आरटीआई के अधिकार के सभी दरवाजों को बंद करने के तरीके खोज लिए हैं।
यहीं कारण है कि दिल्ली सरकार आरटीआई द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि जन लोकपाल नहीं बनाया गया, दिल्ली के युवाओं में नशे के दुरुपयोग की स्थिति गंभीर है। दिल्ली सरकार के चरित्र का सबसे महत्वपूर्ण पहलू केंद्र सरकार की सभी सफल पहलों के लिए क्रेडिट लेने की आदत है। पीपीआरसी की रिपोर्ट के अनुसार जहां एक ओर केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 17.8 मिलियन घरों का निर्माण किया है, जिससे लाभार्थियों को सामाजिक-आर्थिक स्तर पर लाभ हुआ है साथ ही अपने खुद के घर में रहने का सपना पूरा हुआ है, दूसरी तरफ दिल्ली के निवासी अपनी मेहनत की कमाई से घर खरीदने के बावजूद अपने घर पर क़ानूनी अधिकार से वंचित है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने कहा कि केजरीवाल सरकार सिर्फ दिल्ली की जनता को गुमराह करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जो काम नहीं किए उनका श्रेय भी लेने में लगे हुए हैं। केंद्र की योजनाओं से केजरीवाल दिल्ली की जनता को वंचित रख रही है। उन्होंने कहा कि पांच साल के कार्यकाल में जो भी योजनाए रहीं सरकार की ओर से वह सिर्फ कागजों पर है धरातल पर कुछ नहीं उतारा गया।