दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह बजट दिल्लीवासियों के मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा काम किया जा रहा है। पिछले छह साल में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति हुई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली के लोगों को जानबूझकर अशिक्षित रखा गया है।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शानदार रूम बनाए गए है। उन्होंने दिल्ली सरकार की शिक्षा नीति के बहाने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैंने एक वीडियो में देखा जिसमें यूपी के सीएम एक स्कूल का निरीक्षण करने गए थे। बिल्कुल मनीष सिसोदिया के स्टाइल में एक स्कूल में जाते हैं और बच्चों से बात करने की कोशिश करते है। लेकिन नीयत तो दिख जाती है कि क्लास आर्टिफिशियल थी।
मुझे खुशी हुई ये देखकर कि अब सरकारों को स्कूल के अंदर जाना पड़ रहा है। कुछ दिन पहले उनके कुछ अहंकारी मंत्रियों ने चुनौती दी कि मनीष सिसोदिया आएं और हम उनको अपने स्कूल दिखाएंगे। उनको लगा नहीं आएंगे, मनीष सिसोदिया पहुंच गए। लेकिन कोई नहीं आया, मनीष खुद ही स्कूल देखने पहुंच गए तो इनको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने कहा कि 6 साल में दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में जो काम हुआ है वो एक क्रांति की तरह है। गरीबो के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल रही है। पिछले 70 साल में इस देश मे 2 पार्टियों ने राज किया। इन दोनों पार्टियों ने एक षड्यंत्र के तहत इस देश के बच्चों को अनपढ़ रखा क्योंकि वो जानते थे कि अगर ये बच्चे अनपढ़ रहेंगे तो बेरोजगार होंगे और इनको सस्ते में अपने कार्यकर्ता मिलेंगे। पिछले 6 साल में दिल्ली में जो शिक्षा की क्रांति आई है उसने इन दोनों पार्टियों की जड़ें हिला दी हैं।
इसी के साथ अरविंद केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह की भी तारीफ की। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना काल कठिन समय था। ऐसे समय में अमित शाह ने भी बेहतरीन काम किया। दिल्ली में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच अमित शाह ने ताबड़तोड़ बैठकें करके कई अहम कदम उठाए थे। इसके बाद कोरोना के मामलों में कमी भी आई थी।
सदन में अपनी बात रखते हुए अरविंद केजरीवाल ने विपक्ष की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि भाजपा के विधायकों ने भी बेहतर काम किया है। यह संकट इतना बड़ा था कि किसी एक सरकार के बस की बात नहीं थी। सबसे बड़ी बात है कि डाक्टरों ने सबसे बेहतर काम किया। वह नहीं करते तो यह सब कैसे होता।
उन्होंने यह भी कहा कि हम जनता की सेवा के लिए रामराज्य की संकल्पना से प्रेरित हो कर 10सिद्धांतों का पालन करते आ रहे है। उपराज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मैं भगवान राम और हनुमान का भक्त हूं। अयोध्या में भव्य मंदिर बन जाए तो सभी बुजुर्गों को मंदिर के दर्शन कराने ले जाएंगे।
उन्होंने ने कहा कि प्रभु श्रीराम हम सबके आराध्य हैं। वो अयोध्या के राजा थे, उनके शासनकाल में सब अच्छा था। सब सुखी थे हर सुविधा थी, उसे रामराज्य कहा गया। रामराज्य एक अवधारणा है। वो भगवान हैं हम उनसे तुलना तक नहीं कर सकते। लेकिन उनसे प्रेरणा लेकर हम अगर एक सार्थक कोशिश भी कर सकें तो हमारा जीवन धन्य हो जाएगा।