नई दिल्ली : आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के चेहरे पर ही चुनावी रण में उतरेगी। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में आप ने 2014 और 2015 के चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल की थी।
एक बार फिर से पार्टी उसी प्रदर्शन को दोहराने के लिए अपने काम के बल पर चुनावी मैदान में उतर रही है। पार्टी का कहना है कि हमने जो काम किए हैं वह किसी को सामने नहीं ठहरते। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी ने दिल्ली के 62 विधानसभा में जनसंवाद यात्रा कर सीधा जनता से रूबरू हुए।
इसमें जनता की तरफ से केजरीवाल सरकार के पक्ष में अच्छी प्रतिक्रिया मिली। इसके बाद दूसरे चरण में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल अक्टूबर माह में संगठन पर फोकस करेंगे। प्रचार अभियान के अगले चरण में केजरीवाल बताएंगे कि दिल्ली सरकार ने पिछले पांच साल में अब तक क्या-क्या विकास कार्य किए। अरविंद केजरीवाल 16 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक कार्यकर्ता सम्मेलनों में भाग लेंगे।
सभी जिलों पर पार्टी की नजर
जनसंवाद कार्यक्रम की अच्छे फीडबैक के बाद अब आम आदमी पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए 16 अक्टूबर से दिल्ली के सभी 14 जिलों में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन करेगी। एक दिन में दो विधानसभाओं में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। एक विधानसभा में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में 5 विधानसभा के कार्यकर्ता शामिल होंगे। सभी कार्यकर्ता सम्मेलन की कमान खुद अरविंद केजरीवाल संभालेंगे। इस दौरान अरविंद केजरीवाल जिला अधिकारियों से लेकर मंडल अध्यक्ष, बूथ मैनेजमेंट में लगे पदाधिकारियों से सीधा संवाद करेंगे।
संगठन पर भी रहेगा फोकस
आप प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने बताया कि आम आदमी पार्टी सभी 2700 पोलिंग स्टेशनों पर अपने मंडल अध्यक्ष बना दिए हैं। अब उनमें धार देने का काम अरविंद केजरीवाल करेंगे। कार्यकर्ता सम्मेलन की शुुरुआत 16 अक्टूबर से किया जाएगा। पश्चिमी दिल्ली लोकसभा से इसकी शुरुआत की जाएगी।