दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र और पंजाब तथा हरियाणा के मुख्यमंत्रियों को बृहस्पतिवार को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने सर्दियों में पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने की समस्या से निपटने के लिए “तत्काल एवं ठोस कदम” उठाने की अपील की है।
केजरीवाल ने कहा कि पंजाब और हरियाणा में पराली को जलाना अक्टूबर और नवंबर के महीनों में दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने के सबसे बड़े कारणों में से एक है।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को लिखे अपने पत्र में उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सर्दियों में पराली जलाए जाने की वजह से वायु गुणवत्ता को खराब होने से रोकने के लिए पहले ही अपनी कार्ययोजना की घोषणा कर दी है। इनमें चार से 15 नवंबर के बीच वाहनों के लिए सम-विषम योजना लागू करना भी शामिल है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने केंद्र एवं राज्य सरकारों की यह कहते हुए सराहना की कि वे प्रयास कर रही हैं, लेकिन प्रदूषण रोकने के लिए और ज्यादा करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, “पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के कारण प्रदूषण से लड़ने में दिल्ली के लोग बहुत ज्यादा नहीं कर सकते जो कि अक्टूबर और नवंबर के महीनों में दिल्ली में प्रदूषण के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार है।”
केजरीवाल ने कहा कि लोगों की सेहत किसी भी सरकार की सबसे प्रमुख जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री के अनुसार आप सरकार ने सामुदायिक दीपावली कार्यक्रमों पर विचार-विमर्श भी शुरू कर दिया है। इन कार्यक्रमों का मकसद लोगों को पटाखे न जलाने के लिए प्रेरित करना और इसकी बजाय लेजर शो के जरिए त्योहार का लुत्फ उठाने के लिए साथ आने को बढ़ावा देना है।