नई दिल्ली : मंगलवार को प्रदेश कार्यालय में शत्रुघ्न सिन्हा पहुंचे, लेकिन दूसरी तरफ कीर्ति आजाद गायब रहे। जाहिर सी बात है कि ऐसा होने पर चर्चा लाजमी है। बताया जा रहा है कि कीर्ति आजाद को बुलाया ही नहीं गया। वैसे मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने इस सवाल को यह कह कर मजाक में उड़ा दिया कि कीर्ति आजाद ने कहा है कि उनके पास ऑड नम्बर की गाड़ी नहीं है, अतः वह नहीं आ सकते हैं? दिल्ली में ऑड-ईवन लागू है।
इस मसले पर जितने मुंह उतनी बातें। कुछ कांग्रेसियों का कहना है कि शत्रु और कीर्ति के बीच अपने आप को इस होड़ में शामिल कर दिया है कि कौन बड़ा पूर्वांचली नेता है। दूसरी तरफ सूत्रों का कहना है कि वास्तव में कीर्ति आजाद इस समय उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं।
सीधे सोनिया गांधी द्वारा नियुक्त किए जाने के बावजूद करीब दो सप्ताह बाद भी उन्हें प्रदेश कार्यालय में बैठने की जगह नहीं दी गई है। मंगलवार को हुई शत्रुघ्न सिन्हा की पत्रकार वार्ता की भी उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई। बताया जाता है कि इस सारी स्थिति के विरोध में उन्होंने प्रदेश कार्यालय आना बंद कर दिया है।