गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश के बाद यहां के अस्पतालों ने कोविड-19 के कुछ मृतकों का उनके परिजनों की सहमति से अंतिम संस्कार किया। यह जानकारी मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दी। शाह का निर्देश इन खबरों के आलोक में आया है कि प्रयोगशाला से रिपोर्ट की पुष्टि की अनुपलब्धता सहित कई कारणों से दिल्ली के शवगृहों में काफी संख्या में शव रखे हुए हैं। इसने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के कारण मरने वाले 36 और लोगों का बुधवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने ट्वीट किया, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर दिल्ली के सभी अस्पतालों ने कोविड-19 से मरने वालों का उनके परिजनों की सहमति या उनकी उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया।’’ प्रवक्ता ने बताया कि शेष 36 मृतकों का अंतिम संस्कार बुधवार को किया जाएगा क्योंकि उनके परिजन दिल्ली में मौजूद नहीं थे। प्रवक्ता ने बताया कि अब आगे विलंब नहीं होगा।
The last rites of remaining 36 deceased to be done by tomorrow as next of kin not in #Delhi. There will be no delays going forward.@AmitShah @HMOIndia @PIB_India @airnewsalerts @DDNewslive
— Spokesperson, Ministry of Home Affairs (@PIBHomeAffairs) June 16, 2020
बहरहाल, यह पता नहीं चला है कि मंगलवार को कितने मृतकों का अंतिम संस्कार हुआ। अस्पतालों की देखरेख में अंतिम संस्कार शवदाह गृहों और श्मशान भूमि में हुआ।
राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के मामलों से निपटने में दिल्ली सरकार के विफल रहने की आलोचना होने के बाद गृह मंत्री ने कोरोना वायरस की स्थिति से निपटने के लिए खुद कमान संभाली। कोरोना वायरस के खिलाफ दिल्ली की लड़ाई में गृह मंत्री खुद ही मोर्चा संभाल रहे हैं।
महामारी से लड़ने की योजना को मजबूती देने के लिए रविवार को उन्होंने उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन, दिल्ली के तीन नगर निगमों के महापौर और आयुक्तों के साथ दो उच्चस्तरीय बैठक की । गृह मंत्री ने रविवार को घोषणा की थी कि दिल्ली में दो दिनों में कोविड-19 की जांच दोगुनी हो जाएगी और फिर उसके बाद इसे तीन गुना किया जाएगा। शाह ने सोमवार को महानगर के एलएनजेपी अस्पताल का औचक निरीक्षण कर वहां सुविधाओं का जायजा लिया था।