नई दिल्ली: पंखा रोड डाबड़ी मोड़ से द्वारका जाने वाले रोड को जल्द ही जाम से मुक्ति मिलने वाली है। पंजाब केसरी द्वारा यहां बनने वाले बॉटल नेक की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिस के बाद मामला एलजी तक पहुंचा और एलजी ने आगामी 21 दिसंबर से पहले इस मामले का हल निकालने के आदेश दिए हैं। एलजी हाउस में मंगलवार को हुई मीटिंग में डीडीए और दिल्ली सरकार के अधिकारियों को विशेष निर्देष दिए गए हैं। मंगलवार को एलजी हाउस में एक स्पेशल मीटिंग डाबड़ी मोड़ बॉटल नेक को लेकर ही बुलाई गई थी।
इसमें एलजी ने डीडीए के लैंड डिर्पाटमेंट और दिल्ली सरकार के स्थानीय डीसी रेवेन्यू को निर्देश दिए हैं कि फ्लाईओवर से पहले बनी दुकानों की नपाई करने के साथ-साथ भूमि के अनधिकृत होने या न होने की जांच भी की जाए। साथ ही एलजी ने आदेश दिए हैं कि डीसी रेवेन्यू इस बात की जांच भी करें की यह भूमि डाबड़ी गांव के सीमा के तहत आती है या नहीं। मामले को पूर्व निगम पार्षद संजय पुरी ने एलजी के समक्ष लेटर लिखकर उठाया था। संजय पुरी ने बताया कि इस एक बॉटल नेक के कारण पश्चिमी दिल्ली के लोगों को पंखा रोड डाबड़ी चौक से द्वारका की ओर जाने पर रोजाना भयंकर जाम से गुजरना पड़ता है।
द्वारका सबसिटी को पश्चिमी दिल्ली से जोड़ने के लिए 2011 में 150 करोड़ रुपए की लागत लगाकर दिल्ली नगर निगम ने फ्लाईओवर का निर्माण करवाया था, लेकिन महज एक बॉटल नेक के कारण पंखा रोड से जाने वाले लोगों को रोजाना घंटों जाम में बिताने पड़ते हैं। पश्चिमी दिल्ली के लोगों के लिए यह रास्ता किसी श्राप से कम नहीं है। पश्चिमी दिल्ली से द्वारका जाने के लिए यह एकमात्र मुख्य मार्ग है। बॉटल नेक की स्थिति यह है कि पंखा रोड से हजारों की संख्या में आने वाली गाडिय़ों को एक प्वाइंट पर आकर सिंगल लेन से होकर गुजरना पड़ता है।
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– सज्जन चौधरी