नई दिल्ली : अभी कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने ठीक से काम भी शुरू नहीं किया कि कार्यकारिणी के लिए लॉबिंग शुरू हो गई है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कार्यकारिणी कभी बनाई ही नहीं। इससे पहले जेपी अग्रवाल जब प्रदेश अध्यक्ष थे तो उन्होंने पूरी कार्यकारिणी बनायी थी। उनकी कार्यकारिणी भी कोई छोटी कार्यकारिणी नहीं थी, बल्कि 51 लोगों से शुरू हुई कार्यकारिणी में बाद में और लोगों को जोड़ा जाता रहा। जिसमें 70 लोगों के करीब लोग कार्यकारिणी में शामिल हो चुके थे।
बाद में अरविंदर सिंह लवली प्रदेश अध्यक्ष बने तो उन्होंने पूरी कार्यकारिणी भंग कर दी। उसके बाद पार्टी के भीतर इतनी राजनीति शुरू हो गई कि अजय माकन कार्यकारिणी बनाने से हमेशा बचते रहे। उन्होंने जिलाध्यक्ष तो बनाए, लेकिन दो जिले आज भी खाली हैं। ऐसे ही जहां 280 ब्लॉक अध्यक्ष होने थे वहां माकन ने 220 बना कर ही छोड़ दिए।
इसके पीछे सीर्फ कांग्रेस के भीतर हावी गुटबाजी के चलते ब्लॉक अध्यक्ष घोषित नहीं हो पाए थे, लेकिन जैसे ही अजय माकन अध्यक्ष पद से हटे तुरंत बाकी के 60 ब्लॉक अध्यक्ष घोषित कर दिए गए। अब शीला दीक्षित के अध्यक्ष बनते ही कार्यकारिणी के लिए लॉबिंग शुरू हो गई। सूत्रों का कहना है कि अब तो कार्यकारिणी बनानी और बड़ी चुनौती होगी।
माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए कार्यकारिणी शीघ्र घोषित की जा सकती है। इसमें न सिर्फ शीला दीक्षित के लोग होंगे बल्कि तीनों कार्यकारी अध्यक्ष भी चाहेंगे कि कार्यकारिणी में उनके लोग हों। इससे यह तो तय है कि कार्यकारिणी अगर बनती है तो ‘जम्बो जेट’ कार्यकारिणी होगी। सूत्रों का कहना है कि पार्टी में गुटबाजी इतनी है कि शीला दीक्षित के लिए नई कार्यकारिणी तैयार करनी बड़ी चुनौती होगी।
16 को पदभार करेंगे ग्रहण…
दिल्ली कांग्रेस में शीला दीक्षित के अध्यक्ष घोषित किए जाने के दूसरे दिन भी बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। देर शाम को तीनों कार्यकारी अध्यक्ष यूसुफ हारून, राजेश लिलोठिया और देवेन्द्र यादव भी शीला के आवास पर पहुंचे और कई मसलों पर मीटिंग हुई।
जानकारी के मुताबिक 16 जनवरी को शीला सहित सभी पदाधिकारी दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तर पहुंचकर पदभार संभालेंगे। अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष के बीच हुई मीटिंग के बाद जो बातें सामने आईं उसमें कहा गया कि लोकसभा-2019 के लिए तैयार हो जाएं। रणनीति तैयार की जाए।
अब कोई भी गुटबाजी नहीं होनी चाहिए। पूरी कांग्रेस को एक साथ खड़ा किया जाए। ताकी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नई इबारत लिख सके। इससे पहले सुबह से शीला दीक्षित से मिलने के लिए नेताओं का तांता लगा रहा। जेपी अग्रवाल से लेकर तमाम बड़े नेता शीला दीक्षित को बधाई देने पहुंचे।
बदल गए पोस्टर अजय माकन की जगह आ गईं शीला…
दिल्ली कांग्रेस में निजाम बदलते ही पोस्टर और होर्डिंग से अजय माकन गायब हो गए हैं। उनकी जगह शीला दीक्षित ने ले लिया है। दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का दफ्तर के बाहर शीला को बधाई देने वाले पोस्टर से पट चुका है।
शीला के अलावा तीनों कार्यकारी अध्यक्षों को भी बधाई दी जा रही है। पोस्टर का यही हाल शीला दीक्षित के घर के आसपास की सड़कों पर भी है। बिजली के खंभों पर शीला को बधाई देते पोस्टर लगाए गए हैं।
– सुरेन्द्र पंडित