महाराष्ट्र के भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना के नेताओं ने केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के निधन पर शोक व्यक्त किया। कुमार का सोमवार तड़के बेंगलुरू के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था। अस्पताल अधिकारियों ने बताया कि 59 वर्षीय संसदीय कार्य मंत्री ने कर्नाटक की राजधानी के एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। पिछले कई महीनों से वह फेफड़ों के कैंसर से जूझ रहे थे।
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उनके ”करीबी मित्र” कुमार ने अपने गृह नगर कर्नाटक में भाजपा को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाई थी। गडकरी ने कहा, ”विभिन्न विभागों में मंत्री पद पर रहते हुए उन्होंने बेहतरीन काम किया और अपने काम से एक बेदाग छाप भी छोड़ी। मुझे लग रहा है कि मैंने अपने परिवार से छोटा भाई खो दिया। उनकी अचानक हुई मौत मेरे लिए बड़ी क्षति है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।”
राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वह कुमार के ”असामयिक” निधन से ”स्तब्ध और बेहद दुखी हैं।” उन्होंने लिखा, ”समाज और लोगों की सेवा के प्रति उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार, दोस्तों, समर्थकों, कार्यकर्ताओं के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।”
संघ के निष्ठावान स्वयंसेवक, राजनीतिक चतुराई के लिए विख्यात थे अनंत कुमार
मुख्यमंत्री ने एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, ”अनंत कुमार केंद्र सरकार के मंत्री के रूप में एक उत्तम प्रशासक तो थे ही, हमने एक कुशल संगठक भी खोया है। मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।” राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने भी कुमार के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक ‘‘बेहद सहयोगी मंत्री‘‘ बताया।
उन्होंने कहा, ”नीम की कोटिंग युक्त यूरिया को अनिवार्य बनाने के उनके दृष्टिकोण से किसान समुदाय को दूरगामी लाभ होंगे। उन्हें हमेशा किसानों के नेता के तौर पर याद किया जाएगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने भी सोशल मीडिया पर कुमार के निधन पर दुख व्यक्त किया है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा, ”केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के निधन से बेहद दुखी हूं। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदनाएं। भगवान दिवंगत नेता की आत्मा को शांति दे।” राकांपा नेता अजीत पवार ने भी शोक प्रकट करते हुए कहा, ”भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।”
शिवसेना प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि कुमार एक “बेहतरीन” संसदीय कार्य मंत्री थे और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ उनका अच्छा तालमेल था। वहीं, राकांपा नेता सुप्रिया सुले ने कहा कि अनंत कुमार युवावस्था से ही राजनीति से जुड़े हुए थे और छात्रों एवं युवाओं से संबंधित मुद्दों से भली भांति परिचित थे।