दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से 2.5 करोड़ के क्रिप्टोकरेंसी गिरोह के दुबई स्थित प्रमुख साजिशकर्ता (किंगपिन) को पकड़ा है। 60 वर्षीय आरोपी उमेश वर्मा पर क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग से प्राप्त धन की धोखाधड़ी और हेराफेरी के आरोप हैं। आरोपों के बाद से ही वह कानून की पकड़ से बच रहा था।
वर्ष 2017 के बाद से वर्मा ने अपने बेटे भरत के साथ मिलकर लोगों को कथित तौर पर ऑनलाइन मुद्रा में निवेश करके उन्हें बेहतरीन रिटर्न देने का वादा किया। इन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में कम से कम 45 पीड़ितों को धोखा दिया। आरोपियों ने प्लूटो एक्सचेंज क्रिप्टो मुद्रा में निवेश करने पर 20 से 30 प्रतिशत प्रति माह लाभ रिटर्न मिलने का लालच दिया। आरोपी उमेश वर्मा ने कनॉट प्लेस के एक प्रमुख स्थान पर एक कार्यालय खोला और शिकायतकतार्ओं को नवंबर 2017 में प्लूटो एक्सचेंज क्रिप्टो मुद्रा की योजना में निवेश करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने आकर्षक वेबसाइटों के साथ पीड़ितों को प्रेरित करने के लिए प्रचार वाले यूट्यूब वीडियो भी अपलोड किए। पिता-पुत्र की जोड़ी ने दो वेबसाइटों का संचालन किया, जहां पीड़ितों को पंजीकरण करने के लिए कहा गया था। लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के बाद अभियुक्त उमेश वर्मा ने पीड़ितों से बचने के लिए अपने आवासीय पते बदले और अंत में वह दुबई भाग गया। सितंबर में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने इस संबंध में एक मामला दर्ज किया था।
बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की डिजिटल मनी होती है। यह सिक्कों या कागज की मुद्रा के बजाय ऑनलाइन ही ट्रांसफर होती है। आसान शब्दों में कहें तो एक क्रिप्टो करेंसी एक इलेक्ट्रॉनिक रूप से निर्मित और इलेक्ट्रॉनिक रूप से संग्रहीत डिजिटल मुद्रा है, जिसके लिए क्रिप्टोग्राफी का प्रयोग किया जाता है। सामान्य तौर पर इसका इस्तेमाल सामान की खरीदारी या कोई सर्विस खरीदने के लिए किया जाता है। ईओडब्ल्यू के संयुक्त पुलिस आयुक्त ओपी मिश्रा ने कहा कि इसकी कोई कानूनी प्रामाणिकता नहीं है और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पहले ही वर्चुअल रूप में इस तरह के सिक्कों और करेंसी को प्रतिबंधित कर दिया है। उन्होंने बताया कि दुबई से यहां उतरते ही पुलिस ने वर्मा को एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। वह क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े मामले पर कोई उचित जवाब देने में विफल रहा। अधिकारी ने कहा, विस्तृत पूछताछ के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और आगे की जांच जारी है।