दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने फेसबुक लाइव के माध्यम से उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की चुनौतियों का जवाब देते हुए कहा कि मुझे धमकी देने की बजाय सिर्फ मुद्दे की बात करें। चुनौती देने पर उन्होंने कहा कि एक उपमुख्यमंत्री को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती है क्योंकि गिरफ्तार करने का काम एजेंसियों का होता है न कि किसी सांसद या विधायक का।
संवैधानिक पद पर होने के बाद भी केजरीवाल का न तो संविधान में विश्वास है और न ही कानून में, लेकिन केजरीवाल को यह समझ लेना चाहिए कि कानून से ताकतवर कोई नहीं है। 15-15 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद भी कानून के दोषी कई पूर्व मुख्यमंत्री आज जेल की सजा काट रहे हैं। इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी और कानून अपना काम करेगा।
फेसबुक लाइव के माध्यम से पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए तिवारी ने कहा कि केजरीवाल सरकार द्वारा बनवाए गए कड़ी-टुकड़ी वाले एक कमरे का खर्च 25 लाख रुपए आया है। उसमें जमीन और स्कूल के कमरे से जुड़ी अन्य सुविधाएं शामिल नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल ने जितना एक कमरा बनाने पर खर्च किया है, उतनी राशि में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 15 गरीब लोगों को घर दिया जा सकता था।