कोरोना से जूझ रही दिल्ली के लिए केजरीवाल सरकार ने केंद्र से 5,000 करोड़ रुपए की मदद मांगी है। वहीं दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इसपर सवाल उठाते हुए केजरीवाल सरकार से 22 मार्च से लेकर 29 मई तक दिए गए विज्ञापन का हिसाब मांगा है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, दिल्ली में मुख्यमंत्री श्रीमान अरविन्द केजरीवाल जी से 2 सवाल.. 1) 22 मार्च जनता कर्फ़्यू से लेकर आज 29 मई तक आप ने TV, प्रिंट और इंटरनेट पर विज्ञापन में कितना रुपए खर्च किया? 2) अस्पतालों में नए बेड़, वेंटिलेटर्ज़ पर कितना रुपए खर्च किया? मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार से अब तक दिल्ली में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अस्पतालों पर कितना खर्च किया गया, उसका भी हिसाब मांगा।
दिल्ली में मुख्यमंत्री श्रीमान @ArvindKejriwal जी से 2 सवाल..
1) 22 मार्च जनता कर्फ़्यू से लेकर आज 29 मई तक आप ने TV, प्रिंट और internet पर विज्ञापन में कितना रुपए खर्च किया?
2) अस्पतालों में नए beds, वेंटिलेटर्ज़ पर कितना रुपए खर्च किया?#DelhiShouldKnow— Manoj Tiwari (@ManojTiwariMP) May 29, 2020
केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली की जनता के लिए किए गए कामों का ब्यौरा देते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि केंद्र ने 690 करोड़ रुपये जन धन खातों में जमा किया, 836 करोड़ रुपये का फ्री सिलेंडर बंटवाया, 243 करोड़ रुपयें दिव्यागों, विधवाओं, महिलाओं और सीनियर सिटीजन के खातों में डाला। लेकिन दिल्ली सरकार 768 करोड़ रुपये का राशन नही बांट पाई। ऐसे में उन्होंने सवाल किया है कि क्या विज्ञापन बांटने के लिए केन्द्र से पैसा मांगा जा रहा है?
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने रविवार को केंद्र से 5000 करोड़ रुपये की राशि मांगी है। दिल्ली के वित्तमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके पास स्टाफ को सैलरी देने तक के पैसे नहीं हैं, इसलिए पैसा जल्द से जल्द दिया जाना चाहिए। सिसोदिया ने यह भी कहा कि उन्होंने केंद्रीय वित्तमंत्री को चिट्ठी लिखकर दिल्ली के लिए पांच हजार करोड़ रुपये की राशि की मांग की है।
सिसोदिया के मुताबिक, कोरोना और लॉकडाउन की वजह से दिल्ली का टैक्स कलेक्शन करीब 85 प्रतिशत नीचे चल रहा है, इसलिए मदद की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र की ओर से बाकी राज्यों को जारी आपदा राहत कोष से कोई राशि दिल्ली को अब तक नहीं मिली है।