नई दिल्ली : राजधानी में बढ़ती गर्मी के बीच दिल्लीवाले पीने के साफ पानी के लिए त्राहि-त्राहि कर रहे हैं, लेकिन केजरीवाल सरकार चिरनिद्रा में सोयी हुई है। यह कहना है दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी का। दिल्ली में पानी की मांग बढ़ी हुई हैं और दिल्ली सरकार आपूर्ति करने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास केवल जल विभाग (दिल्ली जल बोर्ड) ही है, इसे लेकर भी केजरीवाल पूरी तरह से गैर-जिम्मेदार हैं।
समर एक्शन प्लान को लेकर नीति तक नहीं बनाई गई है। उन्होंने कहा कि गर्मियों के दौरान पानी के लिए कॉलोनियों में अक्सर झगड़े तक हो जाते हैं, उन्हें पानी नहीं मिल पाता लेकिन यहां प्रबंधन के अभाव में लाखों लीटर पानी ऐसे ही बर्बाद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पानी माफ के नारे के साथ सत्ता में आए थे लेकिन अब केजरीवाल दिल्लीवालों को बूंद-बूंद पानी के लिये तरसा रहे हैं।
सीएम इन दिनों सक्रिय हो गए लेकिन दिल्लीवालों की पानी की समस्या दूर नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 849 अनधिकृत कॉलोनियों में पानी की सप्लाई नहीं की जा रही है और 147 अनधिकृत कॉलोनियों में पानी की पाइप लाइन तक नहीं बिछाई गई है। दिल्ली सरकार की ओर से अभी तक जल बोर्ड को अनापत्ति प्रमाण पत्र तक जारी नहीं किया गया है।