केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शनिवार को कहा कि भारत का प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान एम्स स्वास्थ्य क्षेत्र का प्रकाश स्तंभ है। उन्होंने कहा कि नागरिकों की इस संस्था में आस्था है, यही कारण है कि अन्य राज्यों में भी एम्स स्थापित करने की मांग की जा रही है। केंद्रीय मंत्री नई दिल्ली में 66वें एम्स स्थापना दिवस को संबोधित कर रहे थे। मनसुख मंडाविया ने केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार और एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया के साथ ‘डिजिटल स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा’ प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए कहा कि आज देशभर में करीब 22 एम्स का निर्माण कार्य चल रहा है। मंडाविया ने कहा, जब लोकतंत्र में मांग होती है, तो सरकार उस दिशा में काम करना शुरू कर देती है। क्योंकि एम्स ने कुछ मानकों को हासिल कर लिया है, लोग सोचते हैं कि उन्हें एम्स में सबसे अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकती हैं और हर राज्य में एम्स स्थापित करने की मांग उठाई गई थी।
मंडाविया ने कहा, देश में स्वास्थ्य और विकास को जोड़ने की परंपरा नहीं थी, लेकिन पीएम मोदी ने स्वस्थ भारत के अपने ²ष्टिकोण के साथ ऐसा किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य बजट बढ़ाकर 2.40 लाख करोड़ रुपये कर दिया है। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित विभागाध्यक्षों से कहा कि वे सोचें और इस दिशा में काम करना शुरू करें कि पिछले दस वर्षों में जो हासिल किया गया है उसे हासिल करने में कितने साल लगेंगे।
इस अवसर पर एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा, तीसरी लहर होने की स्थिति में हम कोविड -19 के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में शामिल हैं। पिछले 3 वर्षों में हमारी उपलब्धियों को जारी रखते हुए, एम्स दिल्ली को फिर से देश में नंबर 1 मेडिकल कॉलेज के रूप में स्थान दिया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए कहा कि आज देशभर में करीब 22 एम्स का निर्माण कार्य चल रहा है। मंडाविया ने कहा, जब लोकतंत्र में मांग होती है, तो सरकार उस दिशा में काम करना शुरू कर देती है। क्योंकि एम्स ने कुछ मानकों को हासिल कर लिया है, लोग सोचते हैं कि उन्हें एम्स में सबसे अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकती हैं और हर राज्य में एम्स स्थापित करने की मांग उठाई गई थी।
मंडाविया ने कहा, देश में स्वास्थ्य और विकास को जोड़ने की परंपरा नहीं थी, लेकिन पीएम मोदी ने स्वस्थ भारत के अपने ²ष्टिकोण के साथ ऐसा किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य बजट बढ़ाकर 2.40 लाख करोड़ रुपये कर दिया है। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित विभागाध्यक्षों से कहा कि वे सोचें और इस दिशा में काम करना शुरू करें कि पिछले दस वर्षों में जो हासिल किया गया है उसे हासिल करने में कितने साल लगेंगे।
इस अवसर पर एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा, तीसरी लहर होने की स्थिति में हम कोविड -19 के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में शामिल हैं। पिछले 3 वर्षों में हमारी उपलब्धियों को जारी रखते हुए, एम्स दिल्ली को फिर से देश में नंबर 1 मेडिकल कॉलेज के रूप में स्थान दिया गया है।