एमसीडी ने भी अतिक्रमण विरोधी अभियान दिल्ली में तेज कर दिया है। बाजारों में और जगह-जगह पर जो बेतरतीब अतिक्रमण लोगों द्वारा किया गया है। जी20 समिट के मद्देनजर उस अतिक्रमण को हटाने का अभियान तेज हो गया है। दिल्ली के सैकड़ों स्ट्रीट वेंडर्स और रहरी रेहड़ी पटरी वाले सोमवार को एमसीडी कार्यालय के बाहर जमा हुए और उन्होंने एमसीडी की कार्रवाई के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज किया। एमसीडी की अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई को लेकर रेहड़ी पटरी वालों में भारी नाराजगी है।
गौरतलब है कि दिल्ली के महरौली इलाके में लगातार चार दिन से डीडीए का अतिक्रमण विरोधी अभियान चल रहा है। अब दिल्ली एमसीडी ने भी स्ट्रीट वेंडर्स और रेहड़ी पटरी वालों और बाजार में अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। सूत्रों के अनुसार सीलिंग की कार्रवाई को लेकर भी लोगों को बड़ी मात्रा में नोटिस जारी हो रहे हैं। एमसीडी के अतिक्रमण विरोधी अभियान से रेहड़ी पटरी वाले और स्ट्रीट वेंडर्स बहुत नाराज हैं। उन्होंने सोमवार को एमसीडी कार्यालय के बाहर जमा होकर एमसीडी के अतिक्रमण विरोधी अभियान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सोमवार को रेहड़ी पटरी वालों और स्ट्रीट वेंडर्स ने एमसीडी कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी कर अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज किया है।
आपको बता दें कि जी20 समिट को देखते हुए दिल्ली को और अधिक सुंदर दिखाने की मुहिम चल चल रही है। एक तरफ दिल्ली के महरौली इलाके में डीडीए का अतिक्रमण विरोधी अभियान चल रहा है। दूसरी तरफ दिल्ली एमसीडी ने भी रेहड़ी, पटरी वालों और स्ट्रीट वेंडर्स के खिलाफ अतिक्रमण विरोधी अभियान छेड़ दिया है। बाजारों में सीलिंग के लिए लोगों को नोटिस भी जारी किए जा रहे हैं। बाजारों में जिन लोगों ने भी बेतरतीब अतिक्रमण कर रखा है उन सब के खिलाफ अतिक्रमण विरोधी अभियान चल रहा है।
स्ट्रीट वेंडर अशोक कुमार ने बताया कि हमें अपना व्यवसाय करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। दिल्ली एमसीडी वाले हमें अतिक्रमण कारी मान रहे हैं। हमें अपने व्यवसाय के लिए कोई वैकल्पिक साइड भी नहीं दी जा रही। अब हम कहां जाएं और अपने बच्चों का पेट किस तरह भरे। आगे अशोक कुमार ने बताया कि दिल्ली में लगभग 5 लाख के करीब स्ट्रीट वेंडर्स है, कोरोना के कारण वैसे ही हम लोग पहले से ही नुकसान में है। अब एमसीडी हमें परेशान कर रही है।