नई दिल्ली: शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल में हार्ट अटैक के इलाज के दौरान मरीज कमलेश की हुई मौत के बाद उनका शव लेने के लिए अस्पताल और पुलिस के चक्करों से परिजनों का पीछा छूटा ही था कि अब पोस्टर्माटम रिपोर्ट के लिए चक्करों का सिलसिला शुरू हो गया। रिपोर्ट के लिए पुलिस परिजनों को एक अधिकारी से दूसरे के पास भेज रहे हैं, लेकिन उन्हें रिपोर्ट नहीं मिल रहा है। वहीं अब पुलिस का कहना है कि उन्होंने रिपोर्ट मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) को भेज दिया है।
मृतक के भतीजे संजय का कहना है कि वह पिछले कई दिनों से पुलिस अधिकारियों का चक्कर लगा रहे हैं। वहां इंवेटिगेशन ऑफिसर एडिशनल एसएचओ के पास तो एडिशन एसएचओ थानाध्यक्ष के पास भेज दिया। वहीं थानाध्यक्ष ने उन्हें डीसीपी के पास भेज दिया। वहीं डीसीपी परिजनों को रिपोर्ट नहीं देने का कारण तो नहीं बता रही हैं लेकिन उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार रिपोर्ट को एमसीआई को भेज दिया है, ताकि वह मृतक के परिजनों के आरोपों की सच्चाई का पता लगा सकें।
क्योंकि बगैर एमसीआई के निर्देश के वे मामले में कोई कदम नहीं उठा सकते। इस पर दिल्ली मेडिकल काउंसिल के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट लेना परिजनों का अधिकार है। पुलिस इससे इंकार नहीं कर सकती। अगर पुलिस ने रिपोर्ट एमसीआई को भेज भी दिया है तो वह परिजनों को डुप्लिकेट रिपोर्ट तो दे ही सकती है।
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