आम आदमी पार्टी जो करीब आठ साल से दिल्ली की सत्ता पर काबिज है। इस बार केजरीवाल की पार्टी दूसरी बार एमसीडी में भी सरकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं। साल 2012 में अपनी पार्टी के गठन के बाद आम आदमी पार्टी ने 2013 में दिल्ली का पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई। दिल्ली में बीते तीन विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने अपना दबदबा कायम रखा है। 2013 में 70 में से 28 सीटें जीतकर पार्टी ने इतिहास बना दिया। इसके बाद 2015 और फिर 2020 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी को एतिहासिक जीत मिली। एक तरह से पिछले दो चुनावों में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में क्लीन स्वीप किया है। जिसके बाद आम आदमी पार्टी एमसीडी चुनाव में भी जीत हासिल करने की तैयारी में है।
आप पार्टी ने 2017 में पहली बार एमसीडी चुनाव लड़ा
आम आदमी पार्टी ने 2017 में पहली बार एमसीडी का चुनाव लड़ा। इस चुनाव में पार्टी को 272 सीटों में से 26 फीसदी वोट शेयर के साथ 48 सीटों पर जीत मिली। 2015 के विधानसभा चुनावों में आप पार्टी ने 70 में से 67 सीटे जीती थी।इस चुनाव में बीजेपी को 3 और कांग्रेस को शून्य सीटे मिलीं थी। वहीं बीजेपी ने 2017 में एमसीडी चुनाव में 181 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार एमसीडी पर कब्जा जमाया लिया। लेकिन इस बार के चुनाव में कड़ी टक्कर है इस बीच देखने वाली बात होगी की बीजोपी सत्ता बचा पाएगी या फिर केजरीवाल एमसीडी में अपने झाड़ू का जादू दिखाएंगे।